नई दिल्ली: महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा और लाउडस्पीकर का विवाद रोजाना बढ़ता ही जा रहा है.
बुधवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के चीफ राज ठाकरे ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक अवैध लाउडस्पीकर नहीं हटा दिए जाते तब तक वो मस्जिदों के बाहर हनुमान चालीसा बजाना जारी रखेंगे.
उन्होंने प्रेस से रबात करते हुए कहा, ‘हम अजान के समय मस्जिदों के बाहर हनुमान चालीसा बजाना जारी रखेंगे जब तक कि सभी अवैध लाउडस्पीकर नहीं हटा दिए जाते. मुझे देखना है कि अगर सरकार कोर्ट के आदेश का पालन नहीं कर रही है तो सुप्रीम कोर्ट क्या करेगा?’
ठाकरे ने यह भी कहा कि हम राज्य में शांति चाहते हैं. पुलिस उन 135 मस्जिदों पर क्या कार्रवाई कर रही है जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस सिर्फ उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
उन्होंने यह भी कहा कि बात सिर्फ मस्जिदों की नहीं है, कई मंदिर ऐसे भी हैं जहां अवैध लाउडस्पीकर चल रहे हैं. मैंने पहले ही साफ कर दिया है कि अवैध लाउडस्पीकर एक धार्मिक मुद्दा नहीं बल्कि एक सामाजिक मुद्दा है.
गौरतलब है कि राज ठाकरे ने मंगलवार को लाउडस्पीकर में ‘अजान’बजाने के विरोध में धार्मिक भजन बजाने का आह्वान किया था.
राज ठाकरे ने उनके खिलाफ नोटिस जारी होने के बावजूद मंगलवार को एक पत्र में लोगों से आग्रह किया था कि वे बुधवार को जहां भी लाउडस्पीकर पर ‘अजान सुनें, वहां वे लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाएं.’
इसके मद्देनजर बुधवार को मुंबई और आसपास के शहरों में कई स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
एक अधिकारी ने बताया कि कई जगहों पर नाकाबंदी की गई है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए देर रात से ही गाड़ियों की जांच की जा रही है.
शहर की पुलिस ने एहतियाती तौर पर मनसे के कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों के खिलाफ दण्ड प्रक्रिया संहिता धारा 149 (संज्ञेय अपराधों को रोकने के लिए) सहित कई धाराओं के तहत 1,600 से अधिक नोटिस जारी किए हैं.
शिवाजी पार्क क्षेत्र में ठाकरे के आवास ‘शिवतीर्थ’ के बाहर भी पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है और यातायात बाधित ना हो, इसलिए सड़क पर अवरोधक लगाए गए हैं
वहीं, मुंबई पुलिस ने ठाकरे के आवास के बाहर एकत्रित कई मनसे कार्यकर्ताओं को बुधवार को हिरासत में ले लिया.
पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद मनसे के पदाधिकारी संदीप देशपांडे और संतोष धुरी एक वाहन में बैठ कर वहां से तुरंत चले गए.
अधिकारियों ने बताया कि पुणे में भी मनसे के आठ-नौ कार्यकर्ताओं को उस समय हिरासत में लिया गया, जब वे हनुमान मंदिर से आरती कर बाहर निकल रहे थे.
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने कुछ अन्य मनसे कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया और उन्हें एक निजी कार में बिठा कर शिवाजी पार्क थाने ले गई. हिरासत में लिए गए लोगों को पहले एहतियात के तौर पर सीआरपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत नोटिस जारी किए गए थे.
भाषा के इनपुट से
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