नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को कहा कि भारत में सिर्फ कुछ लोगों के लिए ही अवसर होने की पुरानी कहानी अब बदल चुकी है और पुराने कारोबारी समूहों से एकदम अलग नई कंपनियों के जगह बनाने से इसकी झलक भी मिलती है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री चंद्रशेखर ने पब्लिक अफेयर्स फोरम ऑफ इंडिया (पीएएफआई) के एक कार्यक्रम में कहा कि भारत में जाति के आधार पर विभाजन होने के कारण केंद्र में हमेशा एक कमजोर सरकार रही जिसके मूल में परस्पर-विरोधी हितों वाला गठबंधन होता था।
उन्होंने कहा कि नब्बे के दशक की शुरुआत में यह आख्यान गढ़ा गया था कि भारत में अवसर कुछ ही लोगों के लिए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वह कहानी 2010-12 तक चलती रही। एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत के बैंकों ने 97 फीसदी कर्ज नौ कारोबारी समूहों को दिए थे। वह एक तरह से पूंजी को एक तरफ ढकेलने की कोशिश थी। जिसमें कुछ ही लोगों के बीच अवसरों का संकेंद्रण था। वह कई दशकों से भारत की एक निहित कहानी थी लेकिन आज वह बदल चुकी है।’’
उन्होंने कहा कि आज यूनिकॉर्न, स्टार्टअप एवं उद्यम के क्षेत्र में बड़ी संख्या उन लोगों की है जो अपने परिवार में पहली पीढ़ी के उद्यमी हैं और उनके साथ कोई बड़ा पारिवारिक नाम नहीं जुड़ा है।
चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘हमने एक राष्ट्र के रूप में यह साबित कर दिया है कि हम मजबूत सरकार में एक मूल्य देखते हैं और आर्थिक विकास के साथ इसका सीधा मौका है।’’
उन्होंने कहा कि इस समय करीब 80 करोड़ भारतीय ऑनलाइन मंचों पर हैं और वित्त वर्ष 2024-25 तक यह संख्या 1.2 अरब तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि भारतनेट अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है और 5जी एवं अन्य वायरलेस मोबिलिटी उत्पाद भी बाजार में आ गए हैं।
भाषा प्रेम अजय
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