नई दिल्ली: आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी अपने तैयारियों में जुट गई है. भाजपा ने 73,000 ऐसे मतदान बूथ की पहचान की है, जहां वह कमजोर स्थिति में है. सूत्रों के मुताबिक, ऐसे बूथ पर पार्टी की स्थिति सुधारने के लिए एक समिति गठित की गई है.
बताया जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी का लक्ष्य है इन सभी बूथों पर मजबूत कार्यकर्ता को नियुक्त करना.
सूत्रों ने सोमवार को बताया कि इनमें से अधिकतर बूथ दक्षिणी और पूर्वी राज्यों में हैं. उनके मुताबिक, पार्टी लोकसभा की 150 ऐसी सीटों पर अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए एक खाका भी तैयार कर रही है, जहां पिछले चुनावों में उसका प्रदर्शन अच्छा नहीं हुआ था.
सूत्रों के अनुसार, कमजोर बूथों पर पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वैजयंत पांडा की अध्यक्षता में बनाई गई समिति में महासचिव सी टी रवि, सांसद दिलीप घोष और पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष लाल सिंह आर्य शामिल हैं.
इस समिति ने एक रिपोर्ट तैयार कर कमजोर बूथ पर पार्टी की स्थिति सुधारने की रणनीति सुझाई है.
सूत्रों का कहना है कि इस रिपोर्ट को भाजपा महासचिवों की एक बैठक में पेश किया जाएगा और उसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी.
ऐसे बूथ की पहचान 2014 और 2019 के आम चुनावों के परिणामों के आधार पर की गई है. सूत्रों का कहना है कि पार्टी की इस कवायद का मकसद अगले लोकसभा चुनाव में इन क्षेत्रों में पार्टी की वोट हिस्सेदारी को बढ़ाना है.
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