नई दिल्ली: कुछ खाद्य पदार्थों और कपड़ों की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से खेत और ग्रामीण मजदूरों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर क्रमशः 6.09 प्रतिशत और 6.33 प्रतिशत हो गई है.
श्रम ब्यूरो ने बुधवार को कहा, ‘कंस्यूमर प्राइस इंडेक्स-एग्रीकल्चर लेबर्र (सीपीआई-एएल) और कंस्यूमर प्राइस इंडेक्स-रूरल लेबर्र (सीपीआई-आरएल) मार्च, 2022 में क्रमश: 6.09 प्रतिशत और 6.33 प्रतिशत रहा. फरवरी, 2022 में यह क्रमश: 5.59 प्रतिशत और 5.94 प्रतिशत पर था. वहीं एक साल पहले समान अवधि में यह क्रमश: 2.78 प्रतिशत और 2.96 प्रतिशत था.’
बयान में कहा गया है कि मार्च, 2022 में खाद्य मुद्रास्फीति क्रमश: 4.91 प्रतिशत और 4.88 प्रतिशत रही, जो फरवरी, 2022 में क्रमश: 4.48 प्रतिशत और 4.45 प्रतिशत रही. वहीं, एक साल पहले समान महीने में क्रमश: 1.66 प्रतिशत और 1.86 प्रतिशत रही थी.
मार्च, 2022 में कृषि और ग्रामीण श्रमिकों के लिए ऑल इंडिया कंस्यूमर प्राइस इंडेक्स तीन-तीन अंक बढ़कर क्रमश: 1,098 और 1,109 अंक हो गया है.
फरवरी, 2022 में सीपीआई-एएल और सीपीआई-आरएल क्रमश: 1,095 अंक और 1,106 अंक था.
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