नयी दिल्ली, 20 अप्रैल (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को विपक्ष के उन आरोपों का खंडन किया कि राजधानी दिल्ली के जहांगीपुरी में अतिक्रमण के खिलाफ चलाए गए अभियान से मुसलमानों को निशाना बनाया गया। पार्टी का दावा है कि यह एक कानूनी कार्रवाई थी और इसका किसी धर्म से लेना-देना नहीं था।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि इस मामले में विपक्षी दलों की ओर से की जा रही राजनीति दुखद है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2014 से नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार को अस्थिर करने के प्रयासों के तहत करीब-करीब हर मुद्दे को धर्म से जोड़ती रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक भाजपा सरकार का सवाल है, हमारा एक ही मंत्र है और वह है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास। मोदी सरकार की हर परियोजना और नीति समावेशी रही है जिसमें जाति, समुदाय ओर धर्म का भेद किए बगैर समाज के सभी वर्गों को शामिल किया गया है।’’
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित विपक्ष के कई नेताओं ने दिल्ली और मध्य प्रदेश के दंगा प्रभावित इलाकों में बुलडोजर चलाए जाने को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि बुलडोजर से मकान नहीं, बल्कि देश के संविधान को ध्वस्त किया जा रहा है।
राहुल गांधी ने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि ‘नफरत के बुलडोजर’ को रोका जाए और उसकी जगह ऊर्जा संयंत्रों को शुरू किया जाए।
इससे पहले, उच्चतम न्यायालय ने जहांगीरपुरी इलाके में अधिकारियों द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान पर रोक लगा दी। न्यायालय ने दंगों के मुस्लिम आरोपियों के मकानों को तोड़े जाने संबंधी जमीयत उलेमा-ए-हिंद की याचिका पर संज्ञान लेने के बाद यह आदेश दिया।
ज्ञात हो कि जहांगीपुरी में हनुमान जयंती के दिन हिंसा हुई थी। इसमें आठ पुलिसकर्मियों के अलावा एक स्थानीय नागरिक घायल हो गया था।
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ब्रजेन्द्र पवनेश
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