कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को यहां एक विशाल व्यापारिक सम्मेलन में एक बटन क्लिक कर परिवारों की महिला प्रमुखों के लिए राज्य के मूलभूत आय सहयोग कार्यक्रम ‘लक्ष्मीर भंडार’ (लक्ष्मी का भंडार) के विस्तारित संस्करण की शुरुआत की जिससे अब और पांच लाख परिवार लाभान्वित होंगे.
बंगाल बिजनेस समिट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘पश्चिम बंगाल ऐसा पहला राज्य है जिसने कोविड आने के बाद भौतिक रूप से व्यापार शिखर सम्मेलन आयोजित किया है. 8 स्तंभ हैं जिन पर हमारी रणनीति है, पहला विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा है, दूसरा शिक्षा है, तीसरा- वंचितों के लिए सामाजिक सुरक्षा. चौथा कौशल विकास है, पांचवां स्तंभ पूंजी बुनियादी ढांचे का विस्तार करना है, जबकि छठा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस है, सातवां डिजिटलाइजेशन है, और आठवां हड़ताल रोकना है.’
Bengal is a consumption-based economy – people spend Rs 30,000-40,000 crore during Durga Puja festival alone: Mamata Banerjee
— Press Trust of India (@PTI_News) April 20, 2022
बंगाल एक खपत आधारित अर्थव्यवस्था है- अकेले दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान लोग 30,000-40,000 करोड़ रुपये खर्च करते हैं.
उन्होंने कहा कि बंगाल पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत, पड़ोसी बांग्लादेश, भूटान और नेपाल के साथ-साथ दक्षिण पूर्व एशिया का प्रवेश द्वार है.
वाम मोर्चा शासन के दौरान पश्चिम बंगाल ने हर साल 75 लाख मानव-दिवस गंवाए, अब कोई भी मानव-दिवस नहीं खोया है.
यह योजना पिछले साल शुरू की गयी थी जिसके तहत राज्य सरकार अनुसूचित जाति एवं जनजाति के परिवारों को प्रति माह 1000 रुपये तथा सामान्य श्रेणी के परिवारों को प्रति माह 500 रूपये देती है. इस योजना के विस्तार से उसके दयरे में 1.55 करोड़ परिवार आयेंगे.
बनर्जी ने बंगाल ग्लोबल बिजनस सम्मेलन में इस लोकप्रिय योजना का यह विस्तारित संस्करण शुरू किया. इस सम्मेलन में अडानी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडानी, आईटीसी प्रमुख संजीव पुरी, टाटा स्टील के टीवी नरेंद्रन, आरपीजी ग्रुप के संजीव गोयनका, बंधन बैंक के चंद्रशेखर घोष, बजाज ऑटो के संजीवन बजाज, किर्लोस्कर ग्रुप के विक्रम किर्लोस्कर समेत जाने माने उद्योगपति एवं औद्योगिक घरानों के शीर्ष अधिकारी हिस्सा ले रहे है.
राज्यपाल जगदीन धनखड़ ने यह कहते हुए इस सम्मेलन की शुरुआत की थी कि राज्य में विकास की विपुल संभावनाएं हैं.
भाषा के इनपुट के साथ