नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को दिल्ली तलब कर उनके साथ बैठक की.
खबरों के मुताबिक, सोनिया ने दोनों मुख्यमंत्री से मिलकर उनके राज्यों की राजनीतिक स्थिति और आगे की रणनीति के बारे में चर्चा होगी.
10 जनपथ पर शुरू हुआ बैठकों का सिलसिला आने वाले कुछ दिनों तक जारी रहेगा.
बता दें कि कांग्रेस अपने भविष्य को लेकर पिछले कई दिनों से बैठक कर रही है जिसमें सोनिया गांधी ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से भी मुलाकात की थी. प्रशांत किशोर तीन बार सोनिया गांधी से मुलाकात कर चुके हैं. इस दौरान किशोर ने 2024 के चुनावों की रणनीति पर कांग्रेस को प्रेजेंटेशन भी दी थी.
दिल्ली पहुंचने के बाद मीडिया द्वारा प्रशांत किशोर के बारे में सवाल पूछे जाने पर गहलोत ने कहा, ‘प्रशांत किशोर देश में ब्रांड बन गए हैं. 2014 में वो नरेंद्र मोदी के साथ थे फिर वो नीतीश कुमार के साथ थे और इसके बाद पंजाब में कांग्रेस के साथ थे. हम विशेषज्ञों और एजेंसियों से भी सुझाव लेते हैं. उनका अनुभव विपक्षी दलों को साथ लाने में काम आ सकता है.’
इस दौरान गहलोत ने देश में बढ़ती सांप्रदायिक हिंसा के लिए मोदी सरकार पर निशाना साधा.
गहलोत ने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों को हिंसा भड़काने की कोशिश बंद करनी चाहिए, इसकी निंदा भी करनी चाहिए लेकिन इसके उलट हो रहा है. मैंने सुना है कि पीएम राज्य के सांसदों को बुला रहे हैं और उनसे कह रहे हैं कि वो हंगामा करें, कानून तोड़ें और लोगों को भड़काएं जैसा कि बीजेपी के सांसद किरोड़ी मीणा कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा ‘देश में जिस तरह से हिंसा हो रही है उससे देश किस दिशा में जाएगा, ये सबको पता चल गया है. देश में खतरनाक पॉलिसी चल रही है, देशवासियों को समझना पड़ेगा. हमेशा सत्ता पक्ष का काम हिंसा रोकना होता है लेकिन यहां उल्टी गंगा बह रही है.’
गहलोत ने कहा, ‘इनका (बीजेपी) हिंदुत्तव सिर्फ चुनाव जीतना है. हमारा हिंदुत्तव धार्मिक भावना आधार पर है. अगर सब लोग अपने धर्म के अलावा दूसरे धर्म का भी सम्मान करेंगे तो देश में हिंसा होगा ही नहीं. देश सिर्फ विकास के लिए आगे बढ़ेगा.’
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