नयी दिल्ली, 17 अप्रैल (भाषा) भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की वित्तीय समावेश पहल ने देश की जनता, खासकर कमजोर वर्ग के लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम किया है और भारतीयों को पड़ोसी देशों के लोगों की तरह परेशानी का समाना नहीं करना पड़ रहा है।
यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत के. कराड ने सामाजिक न्याय पखवाड़ा के तहत वित्तीय समावेश योजनाओं को रेखांकित किया। पार्टी सामाजिक न्याय पखवाड़ा मना रही है।
वित्तीय समावेश को देश के लिए ‘‘निर्णायक साबित होने वाला’’ बताते हुए कराड ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन धन योजना के तहत गरीब लोगों को बैंकों से जोड़कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया।
उन्होंने कहा कि अब तक 45 करोड़ बैंक खाते इस योजना के तहत खोले जा चुके हैं। इन बैंक खातों में अब तक कुल 1.68 लाख करोड़ रुपये जमा किये गये हैं और इनमें से आधे से अधिक खाते महिलाओं के हैं।
इन बैंक खाता धारकों को 31.6 करोड़ ‘रुपे’ डेबिट कार्ड उपलब्ध कराये गये है। इसके अलावा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के लाभ भी दिये गये हैं।
देश के आर्थिक हालात की तुलना पड़ोसी देशों से करते हुए इस्लाम ने कहा, ‘‘ श्रीलंका हो या पाकिस्तान या कोई अन्य देश, हम अपने पड़ोसियों की दशा देख सकते हैं, जहां लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं। जबकि यहां की सरकार अपने लोगों को लेकर चिंतित है और उनकी स्थिति मजबूत करने के लिए काम कर रही है।’’
इस्लाम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीति ने हमेशा से गरीबों और वंचितों को बिना किसी भेदभाव के सशक्त करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि कर्ज के बोझ तले दबे श्रीलंका और पाकिस्तान आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं, तो नेपाल भी वित्तीय संकट का सामना कर रहा है।
भाषा संतोष सुभाष
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