नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निवास 10 जनपथ में उनसे मुलाकात की और उनके सामने एक प्रेजेंटेशन पेश किया जिसमें पार्टी के भीतर कुछ बदलाव और आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा की गई.
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने बताया कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर ने कांग्रेस अध्यक्ष के सामने एक प्रेजेंटेशन पेश किया.
उन्होंने कहा, ‘इस प्रेजेंटेशन पर समीक्षा के लिए एक टीम बनाई जाएगी, जो कुछ समय बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी और उसके बाद आखिरी निर्णय लिया जाएगा.’
बताया जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को ब्रीफ किया और चुनाव लड़ने की रणनीति पर बात की. सोनिया और राहुल गांधी के अलावा इस बैठक में केसी वेणुगोपाल, दिग्विजय सिंह, अंबिका सोनी, अजय माकन, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे भी थे.
वहीं गौरतलब है कि गुजरात और हिमाचल विधानसभा चुनाव भी काफी नज़दीक हैं और कांग्रेस दोनों ही राज्यों में चुनाव को लेकर तैयारियों में जुट गई है. इन दोनों ही राज्यों में आम आदमी पार्टी से कांग्रेस को चुनौती मिल रही है.
राज्य सभा सांसद और आप के नेता राघव चड्ढा ने किशोर के कांग्रेस नेताओं के साथ हुई बैठक पर कहा कि देश को विकल्प नहीं दे सकती है कांग्रेस.
उन्होंने कहा, ‘सिर्फ केजरीवाल ही भाजपा और नरेंद्र मोदी को चुनौती दे सकते हैं. कांग्रेस एक थका हुआ घोड़ा है जिसे हांकने का कोई मतलब नहीं है.’
किशोर की कांग्रेस अध्यक्ष के साथ ये बैठक उस वक्त हो रही है जब कुछ समय से ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि वो कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं. हालांकि अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है. वहीं किशोर कांग्रेस की कार्यशैली पर भी मुखर होकर लगातार बोलते रहे हैं.
पिछले साल भी किशोर की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ बैठकें हुई थी लेकिन कोई भी निष्कर्ष नहीं निकल सका था.
बता दें कि 2014 में नरेंद्र मोदी और भाजपा के साथ काम करने वाले प्रशांत किशोर ने कई पार्टियों को चुनाव में सफलता दिलाई है.
2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने कांग्रेस की रणनीति बनाई थी जहां अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में पार्टी को 117 सीटों में से 77 पर जीत मिली थी. हाल ही में उन्होंने बंगाल में ममत बनर्जी के साथ काम किया था जबां टीएमसी को विधानसभा चुनाव में भारी जीत मिली थी.
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कांग्रेस पर हमलावर रह चुके हैं प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर बीते कुछ समय से कांग्रेस की कार्यप्रणाली को लेकर लगातार हमलावर रहे हैं.
पिछले साल अक्टूबर में उन्होंने कहा था कि जो लोग लखीमपुर खीरी की घटना के आधार पर पार्टी के तेजी से पुर्नजीवित होने की उम्मीद लगा रहे हैं, उन्हें निराशा हाथ लगेगी. हालांकि तब उन्होंने कांग्रेस का नाम नहीं लिया था बल्कि उसे ग्रैंड ओल्ड पार्टी (जीओपी) के तौर पर संबोधित किया था.
विपक्ष के नेतृत्व के सवाल पर उन्होंने कहा था कि कांग्रेस पिछले 10 साल में 90% चुनाव हारी है. ऐसे में विपक्ष का नेतृत्व कांग्रेस का दैवीय अधिकार उनके पास नहीं हो सकता.
The IDEA and SPACE that #Congress represents is vital for a strong opposition. But Congress’ leadership is not the DIVINE RIGHT of an individual especially, when the party has lost more than 90% elections in last 10 years.
Let opposition leadership be decided Democratically.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 2, 2021
वहीं किशोर भारतीय जनता पार्टी की भी तारीफ करते रहे हैं. उन्होंने कहा था कि भाजपा भारतीय राजनीति के केंद्र में रहेगी और ‘अगले कई दशकों तक यह कहीं जाने वाली नहीं है.’
वहीं हाल ही में 5 राज्यों के नतीजों के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि भारत की असली लड़ाई और उसका फैसला 2024 में होगा न कि राज्य के किसी विधानसभा चुनावों से.
उन्होंने कहा था कि ‘साहेब’ के झूठे नैरेटिव में न फंसे विपक्ष.
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