दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है।
फर्स्टपोस्ट में, मंजुल ने झूठ और नकली खबर फैलाने के लिए सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग के पतन को दर्शाया है । रविवार को, महाराष्ट्र के धुले में एक भीड़ ने पांच लोगों को मार दिया,जो इस क्षेत्र में भोजन मांगने आए थे व्हाट्सएप पर इस क्षेत्र में बाल अपहरणकर्ताओं के बारे में अफवाहें फैली थी ।
कार्टूनिस्ट अरविंद वित्त मंत्री अरुण जेटली के बयान पर तंज करते है हालांकि स्विस बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा की गयी राशि में वृद्धि हुई है , लेकिन सभी पैसे को काला धन नहीं माना जा सकता है ।
(मोदीजी अगली बार जब आप स्विट्ज़रलैंड जाएं मेरे लिए एक डार्क चॉकलेट (काला धन) ज़रूर लाएं. जेटली अंकल को भी यही कहा था पर उन्होंने कहा ‘अगले साल’. अब में अपने दोस्तों को क्या बताउंगी? भूल गए तो कट्टी. सच्ची)
द टाइम्स ऑफ इंडिया में संदीप अध्वर्यु सुझाव देते हैं कि बलात्कार के खिलाफ विरोध से जमीन पर स्थिति में थोड़ा बदलाव आया है, भयानक अपराध अभी भी दैनिक समाचार पत्रों की हैडलाइन का मामला है।
इ .पी.उन्नी ने सुझाव दिया कि नॉन परफार्मिंग एसेट्स के बोझ के साथ भारत का बैंकिंग क्षेत्र, लोगों को स्विस बैंकों में बदलने के लिए मजबूर कर सकता है ।( इस कार्टून के माध्यम से यह कहा गया है गंभीर सुरक्षा के लिए स्विस बैंक की तरफ रुख़ कर सकते है )
कार्टूनिस्ट केशव ने सुझाव दिया कि विकास को बढ़ावा देने की बोली लगाने की वजह से रुपये में गिरावट आई है।
(कछुए के कॉमिक में — खुद के लिए नोट: लम्बे कदम लेते हुए ध्यान दें)
सिफ़ी में , सतीश आचार्य ने ढोंग के विरोध का मज़ाक उड़ाया है जो समकालीन राजनीतिक बातचीत को दर्शाता है।
(विकास -नेहरु की वजह से हमने कश्मीर का हिस्सा खो दिया है,रुपया -इंदिरा याद है?, आप आपातकाल कैसे भूल सकते हैं? ,ईंधन की कीमत -कांग्रेस विभाजन का कारण थी,नौकरियां -गांधी परिवार के राजवंश राजनीति ने देश को बर्बाद कर दिया, अच्छे दिन -कृपया वोट दे अच्छे दिन 2.0 के लिए )
हेमंत मोरपारिया ने सुझाव दिया कि भविष्य में एक हज़ार वर्ष जीवित रहने वाली एकमात्र चीज प्लास्टिक है।
(वर्ष 3018 में पर्यटन यह प्राचीन गणेश मंदिर अभी भी अच्छे आकार में है यह किससे से बना है? गाइड थर्मोकॉल )
इरफान अरविंद केजरीवाल के आवास उपलब्ध कराने का वादे पर तंज करते है अगर दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्ज़ा दिया जाता है हर किसी को आवास उपलब्ध करवाया जायेगा ।
Read in English : Social media’s sinister spin, and why Indians may be opting for Swiss banks