पणजी, 15 अप्रैल (भाषा) उद्योग मंडल सीआईआई की गोवा इकाई ने कहा है कि राज्य में बिजली की कमी और उसके कारण अनियोजित तरीके से कटौती से उद्योग प्रभावित हो रहे हैं।
हालांकि सरकार का कहना है कि बिजली आपूर्ति में कोई बाधा नहीं है।
बिजली मंत्री सुदीन धवलीकर ने बुधवार को बिजली विभाग की बैठक में हिस्सा लेने के बाद दावा किया था कि गोवा को आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों की तरह बिजली आपूर्ति के किसी भी मुद्दे का सामना नहीं करना पड़ता है।
उन्होंने कहा, ‘‘आंध्र प्रदेश में उद्योग बिजली कटौती के कारण कभी-कभी एक दिन में पांच घंटे भी काम नहीं कर पाते। हम इस मामले में उससे कहीं बेहतर स्थिति में हैं।’’
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की गोवा इकाई ने एक प्रेस विज्ञप्ति में धवलीकर से बिजली आपूर्ति संबंधित मुद्दों पर ध्यान देने का आग्रह किया और यह सुनिश्चित करने को कहा कि इसका प्रभाव उद्योगों पर ना पड़े।
सीआईआई ने कहा है कि पूर्व में उसने राज्य सरकार को निर्बाध बिजली आपूर्ति सहित उद्योगों के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार के संबंध में कई सुझाव दिये थे, लेकिन उन पर ‘कोई प्रगति नहीं हुई।’
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘वोल्टेज में उतार-चढ़ाव और अनियोजित बिजली कटौती के कारण उद्योग को समय और धन के मामले में भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। वोल्टेज में उतार-चढ़ाव के कारण बहुत महंगी मशीनरी और प्रक्रिया आधारित उद्योगों में कच्चे माल को नुकसान हुआ है।’
उद्योग मंडल ने कहा कि बिजली की कमी के कारण उद्योग विद्युत आपूर्ति के लिए जेनरेटर पर निर्भर होने को मजबूर हैं। यह न केवल आर्थिक रूप से अव्यवहारिक है बल्कि डीजल के उपयोग के कारण पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक है।
भाषा
रिया रमण
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