scorecardresearch
Saturday, 16 November, 2024
होमदेशभारत, अमेरिका ने यूक्रेन को मानवीय सहायता पहुंचाने पर चर्चा की: जयशंकर

भारत, अमेरिका ने यूक्रेन को मानवीय सहायता पहुंचाने पर चर्चा की: जयशंकर

2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयशंकर ने भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद की आलोचना से जुड़े सवालों का जवाब भी दिया.

Text Size:

नई दिल्ली: केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत ने यूक्रेन को मार्च महीने में 90 टन राहत सामग्री मुहैया कराई है और अभी दवाओं की स्पलाई पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है.

अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान कई उच्च स्तरीय बैठके करने के बाद जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन संकट पर चर्चा में बहुत समय लगा. उन्होंने कहा कि भारत ने अपना पक्ष साफ कर दिया है और रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच ‘दोनों देशों ने ऊर्जा संकट, खाद्य सुरक्षा और कीव को मानवीय सहायता पर चर्चा की.’

जयशंकर ने कहा,’हमारा बहुत सारा समय यूक्रेन पर चर्चा में चला गया, अमेरिकी दृष्टिकोण, उनके विश्लेषण, उनकी समझ, उनके विचार से क्या होने की संभावना है. संघर्ष (रूस-यूक्रेन) और इसमें शामिल कूटनीति – शांति वार्ता , प्रगति आदि जैसे मुद्दे सामने आए.’

उन्होंने आगे कहा कि यूक्रेन संघर्ष की स्थिति का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर सीधा प्रभाव पड़ा है.

जयशंकर ने कहा,’हमने ऊर्जा की स्थिति पर चर्चा की, इसके बाद हमने सभी देशों की खाद्य सुरक्षा पर चर्चा की कि क्या किया जा सकता है? मानवीय स्थिति, विभिन्न देश क्या कर रहे हैं, हमने उसके बारे में बात की. हमने मार्च माह में 90 टन राहत सामग्री दी है लेकिन अभी यूक्रेन को दवाओं की आपूर्ति पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है.’

बता दें कि जयशंकर ने दोनों देशों के बीच चौथी 2+2 वार्ता में हिस्सा लिया था. उन्होंने अमेरिकी वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई के साथ भी बातचीत की.

2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयशंकर ने भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद की आलोचना से जुड़े सवालों का जवाब भी दिया.

जयशंकर ने कहा, ‘अगर आप रूस से (भारत की) ऊर्जा खरीद देख रहे हैं तो मेरा सुझाव है कि आपका ध्यान यूरोप पर होना चाहिए. हम अपनी ऊर्जा सुरक्षा के लिए जरूरत के हिसाब से कुछ ऊर्जा खरीदते हैं. लेकिन मुझे संदेह है, आंकड़ों को देखते हुए, महीने के लिए हमारी खरीदारी यूरोप की तुलना में कम होगी.’

उन्होंने कहा कि भारत ने कई बयान दिए हैं जो यूक्रेन संघर्ष पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हैं.


यह भी पढ़ें : ‘आफस्पा’ खत्म करने के अलावा बगावत विरोधी रणनीति को भी बदलिए और सेना को इससे मुक्त कीजिए


share & View comments