(कुणाल दत्त)
नयी दिल्ली, 12 अप्रैल (भाषा) इकसठ साल पहले यूरी गागरिन ने बाह्य अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाला पहला व्यक्ति बनकर इतिहास रच दिया था और कुछ महीने बाद 1961 में भारत ने प्रेम एवं गर्मजोशी के साथ रूसी अंतरिक्ष यात्री का स्वागत किया था।
गागरिन ने 12 अप्रैल, 1961 को पहली मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान की कमान संभाली थी और अपने वोस्तोक-1 अंतरिक्ष यान में कक्षा में 108 मिनट की उड़ान भरी थी।
उसी वर्ष नवंबर में उन्होंने भारत की यात्रा की और दिल्ली के पालम हवाई अड्डे पर बड़ी गर्मजोशी तथा खुली बांहों से उनका स्वागत किया गया।
बड़ी संख्या में भारतीयों ने गागरिन और उनकी पत्नी वेलेंटीना गोरीचेवा का अभिवादन किया था। ब्रिटिश मूवीटोन द्वारा संरक्षित अभिलेखीय फुटेज के अनुसार, रूसी शैली के गुलदस्ते रखने वाले रूसी बच्चे उनका अभिवादन करने के लिए वहां मौजूद थे।
औपचारिक कपड़े पहने और एक सुंदर टोपी पहने उन्होंने देश के अपने दौरे के दौरान जिन भी शहरों का दौरा किया, वहां भारतीयों उनका भव्य स्वागत किया।
दिल्ली में, तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने मध्य दिल्ली स्थित अपने प्रतिष्ठित आवास-तीन मूर्ति भवन में गागरिन और उनकी पत्नी की मेजबानी की थी।
भारत स्थित रूसी दूतावास ने 12 अप्रैल, 2020 को ट्वीट किया था गागरिन विश्व भ्रमण: अपने अंतरिक्ष साहसिक कार्य के लगभग सात महीने बाद, यूरी गागरिन भारत आए और आठ दिन बिताए। गागरिन ने जवाहरलाल नेहरू से मुलाकात की, मुंबई में एक विशाल सभा को संबोधित किया और पूरे भारत में उत्साही जनता से उनका जोरदार स्वागत किया।
बारह अप्रैल को मानव अंतरिक्ष उड़ान अंतरराष्ट्रीय दिवस होता है, जिसे संयुक्त राष्ट्र द्वारा सोवियत नागरिक गागरिन द्वारा की गई पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान की स्मृति में मान्यता दी गई थी। इस ऐतिहासिक घटना ने पूरी मानवता के लिए अंतरिक्ष अन्वेषण का रास्ता खोल दिया।
हालाँकि, इस बार यह ऐतिहासिक दिन यूक्रेन-रूस के बीच जारी संघर्ष से उत्पन्न चिंताओं के बीच मनाया गया।
भाषा
नेत्रपाल देवेंद्र
देवेंद्र
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