मुंबई, 11 अप्रैल (भाषा) देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा निर्यातक कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का वित्तीय प्रदर्शन बीते वित्त वर्ष में काफी अच्छा रहा है। कंपनी की आय पहली बार मार्च, 2022 को समाप्त चौथी तिमाही में 50,000 करोड़ रुपये को पार कर गयी।
टीसीएस ने मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राजेश गोपीनाथन ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि कंपनी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में सालाना आधार पर 7.4 प्रतिशत बढ़कर 9,926 करोड़ रुपये रहा।
तिमाही परिणाम बेहतर रहने से उसकी सालाना आय पहली बार 25 अरब डॉलर को पार कर गयी है। यह 16.8 प्रतिशत बढ़कर 25.7 अरब डॉलर यानी 1,91,754 करोड़ रुपये रही।
पूरे वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी का शुद्ध लाभ 14.8 प्रतिशत बढ़कर 38,327 करोड़ रुपये रहा।
गोपीनाथन ने कहा कि तिमाही में आय में सर्वाधिक 3.53 अरब डॉलर का वृद्धि हुई। जबकि कुल ऑर्डर अबतक के उच्चतम स्तर 11.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वहीं पूरे वित्त वर्ष के लिये यह 34.6 अरब डॉलर रहा।
गोपीनाथ ने कहा कि टीसीएस की कुल आय मार्च तिमाही में 15.8 प्रतिशत बढ़कर 50,591 करोड़ रुपये रही। कंपनी का परिचालन मार्जिन 25.3 प्रतिशत के उच्चस्तर पर रहा। यह उद्योग में बेहतर है। हालांकि, यह एक साल पहले 2020-21 की इसी तिमाही के मुकाबले 1.80 प्रतिशत कम है। वहीं शुद्ध मार्जिन 19.6 प्रतिशत रहा।
उन्होंने कहा कि बेहतर वृद्धि और उद्योग में अच्छे मार्जिन का कारण नई क्षमताओं में लगातार किया जाने वाला निवेश है।
कंपनी ने 2021-22 में शुद्ध रूप से 1,03,546 कर्मचारियों को नौकरी दी। इसके साथ उसके कर्मचारियों की संख्या 5,92,195 पहुंच गयी। ये कर्मचारी 153 देशों से हैं और 46 देशों में कार्यरत हैं। इनमें से 35.6 प्रतिशत महिलाएं हैं।
कुल 1,03,546 कर्मचारियों में से 35,209 को आलोच्य तिमाही में नौकरी दी गयी। हालांकि, कंपनी छोड़कर जाने वाले कर्मचारियों का प्रतिशत 17.4 प्रतिशत है।
कंपनी ने अंतिम लाभांश के रूप में 22 रुपये प्रति शेयर देने की घोषणा की।
भाषा
रमण अजय
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