इस्लामाबाद (पाकिस्तान): पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री के चुनाव को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने नेशनल असेंबली इस्तीफा देने का फैसला किया है. यह घटनाक्रम इमरान खान के यह कहने के बाद आया है कि वह ‘चोरों’ के साथ विधानसभाओं में नहीं बैठेंगे.
इमरान खान ने पीटीआई के अधिकारी के हवाले से कहा, ‘जिस व्यक्ति पर 16 अरब 8 अरब रुपये के भ्रष्टाचार के मामले हैं, जिसने भी प्रधानमंत्री का चयन और चुनाव किया है, देश के लिए इससे बड़ा अपमान नहीं हो सकता. हम नेशनल असेंबली से इस्तीफा दे रहे हैं.’
पाकिस्तान के पूर्व गृह मंत्री शेख रशीद ने फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि विधानसभा में बैठने से विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ मजबूत होंगे और इसलिए नेशनल असेंबली से अपना इस्तीफा सौंपने का फैसला किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘इमरान खान ने संसदीय दल की बैठक के दौरान मेरे सुझाव का समर्थन किया’. उन्होंने कहा और आगे जोड़ा कि खान बुधवार को पेशावर का दौरा करेंगे. राशिद ने कहा, ‘इमरान खान हर रविवार को लोगों से विदेशी साजिश के खिलाफ सामने आकर विरोध करने का आह्वान करेंगे.’
एआरवाई न्यूज के अनुसार, नेशनल असेंबली (एमएनए) के पीटीआई सदस्य मुराद सईद पार्टी के पहले सदस्य थे जिन्होंने नेशनल असेंबली के अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा.
इससे पहले दिन में पीटीआई ने इस्लामाबाद में संसद में पार्लियामेंट्री पार्टी मीटिंग बुलाई थी, रेडियो पाकिस्तान ने रिपोर्ट दी थी. इस बैठक की अध्यक्षता इमरान खान ने की थी.
अविश्वास प्रस्वात पर वोट के बाद नेशनल असेंबली से इमरान खान के बाहर होने के बाद पाकिस्तान की संसद देश के लिए नया प्रधानमंत्री चुनने जा रही है.
इमरान खान के नेतृत्व वाली तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद जो कि शनिवार को देश की असेंबली में देर रात हुई, 174 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट कर इमरान खान सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया.
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