नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) भारतीय स्क्वाश स्टार दीपिका पल्लीकल, सौरव घोषाल और जोशना चिनप्पा उम्मीद लगाये हैं कि ग्लास्गो में विश्व युगल चैम्पियनशिप में खिताब जीतने के बाद उन्हें खेल मंत्रालय की ‘टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम’ (टॉप्स) में प्रवेश मिल जायेगा।
ओलंपिक खेलों में शीर्ष खिलाड़ियों की मदद के लिये सितंबर 2014 को टॉप्स का गठन किया गया था लेकिन राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों के वर्ष में गैर ओलंपिक खेल जैसे स्क्वाश को भी बीते समय में इसमें शामिल किया जा चुका है।
टॉप्स में खिलाड़ियों को प्रतियोगिता और ट्रेनिंग के लिये धनराशि हासिल करने में परेशानी नहीं होती। चुने हुए खिलाड़ी को 50,000 रूपये का मासिक भत्ता भी मिलता है।
ये तीनों खिलाड़ी इस साल राष्ट्रमंडल और एशियाड के लिये पदक के दावेदार हैं और 2018 में इन दोनों प्रतियोगिताओं के लिये टॉप्स का हिस्सा थे।
दुनिया के 17वें नंबर के खिलाड़ी घोषाल ने ग्लास्गो में दीपिका के साथ मिश्रित युगल पदक जीतने के बाद कहा, ‘‘अगर हमें टॉप्स में शामिल कर लिया जाता है तो हमें मदद मिलेगी क्योंकि यह हमारे लिये बड़ा साल है। इससे फंड मिलना आसान हो जाता है। नहीं जानता कि हमें अभी तक शामिल क्यों नहीं किया गया है लेकिन उम्मीद करता हूं कि जल्द ही ऐसा होगा। ’’
दीपिका ने जोशना के साथ मिलकर महिला युगल स्पर्धा का खिताब भी हासिल किया। 30 साल की खिलाड़ी ने जुड़वां बच्चों के जन्म के बाद वापसी की है और वह तीन साल से ज्यादा समय बाद पहली प्रतिस्पर्धा में खेल रही थीं।
दीपिका ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों से पहले टॉप्स हमारे लिये जरूरी है। इन दोनों प्रतियोगिता के सभी पदक दावेदारों को इस योजना का हिस्सा होना चाहिए। इससे हमें मदद ही मिलेगी। ’’
दुनिया की 13वें नंबर की खिलाड़ी चिनप्पा ने कहा, ‘‘मैं जल्द ही टॉप्स में शामिल करने की उम्मीद कर रही हूं। हमें 2018 राष्ट्रमंडल और एशियाड से डेढ़ साल पहले इसमें शामिल किया गया था जिससे हमारी तैयारियों में काफी अंतर पैदा हुआ था। ’’
भाषा नमिता पंत
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