scorecardresearch
Sunday, 17 November, 2024
होमदेशघोड़े पर सवार 4 साल के बच्चे से लेकर पाकिस्तानी विपक्षी नेता तक - बिलावल भुट्टो तब और अब

घोड़े पर सवार 4 साल के बच्चे से लेकर पाकिस्तानी विपक्षी नेता तक – बिलावल भुट्टो तब और अब

जब 2007 में बिलावल भुट्टो की मां बेनजीर भुट्टो की हत्या कर दी गई, तो बिलावल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बने. आज वह पाकिस्तान में राजनीतिक मंथन के केंद्र में हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: 27 दिसंबर 2007 को रावलपिंडी में पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो की हत्या के कुछ दिनों बाद उनके बेटे बिलावल भुट्टो-जरदारी को उनके उत्तराधिकारी के रूप में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था.

बिलावल भुट्टो उस समय 19 वर्ष के थे और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एक छात्र थे. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, पीपुल्स पार्टी की कुर्सी संभालने से पहले अपनी पढ़ाई पूरी होने तक उन्हें नाम मात्र हेड के रूप में चुना गया था.

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की गई थी कि बिलावल ने कहा था कि जब तक वह पार्टी संभालने के लिए तैयार नहीं हो जाते तब तक उनके पिता आसिफ अली जरदारी पार्टी चलाएंगे.

15 साल बाद, बिलावल बड़े हुए , जो अब 33 वर्ष के हैं, अपने देश में विपक्षी पीपीपी के प्रमुख के रूप में चल रहे एक बड़े राजनीतिक मंथन के केंद्र में हैं, जिसकी स्थापना उनके दादा और पूर्व पीएम स्वर्गीय जुल्फिकार अली भुट्टो ने की थी.

युवा नेता बिलावल भुट्टो के जीवन के विभिन्न मोड़ों से तस्वीरों की एक श्रृंखला यहां प्रस्तुत है.

पहली चार तस्वीरें सितंबर 1992 में कराची में भुट्टो के आवास पर ली गई थीं. तत्कालीन विपक्ष की नेता बेनजीर भुट्टो को एक ‘सार्क विपक्षी नेताओं के संगोष्ठी‘ की मेजबानी करनी थी, जिसमें दिवंगत पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह और बांग्लादेश की शेख हसीना सहित अन्य मौजूद थे. तस्वीरें घटना से एक दिन पहले की हैं.

दिप्रिंट के एडिटर-इन-चीफ शेखर गुप्ता, जो उस समय इंडिया टुडे के एडिटर थे, वह उस वक़्त बेनज़ीर भुट्टो के अच्छे दोस्त थे. भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रशंसक, पूर्व पीएम ने उनसे कुछ सीडी लाने का अनुरोध किया था. जब वे दोनों बात कर रहे थे तब दिप्रिंट के राष्ट्रीय फोटो संपादक प्रवीण जैन, जो उस समय द पायनियर के साथ थे, उन्होंने देखा कि एक युवा बिलावल और उसकी बहन बख्तावर घोड़े पर सवार हैं और बगीचे में बकरियों को को खाना दे रहे थे.

कैमरे के लिए पोज देने के लिए कहने पर भाई-बहन खुशी से झूम उठे.

Bilawal Bhutto followed his family's footsteps joined politics, whereas his sister chairperson of Shaheed Zulfikar Ali Bhutto Institute of Science and Technology | Photo: Praveen Jain | ThePrint
बिलावल ने अपने परिवार के नक्शेकदम पर चलते हुए राजनीति में प्रवेश किया, उनकी बहन बख्तावर अब शहीद जुल्फिकार अली भुट्टो विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान की अध्यक्ष हैं, जिसकी स्थापना उनकी मां ने की थी | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Bilawal's youngest sister seefa Bhutto Zardari, who was not born then, joined politics recently | Photo: Praveen Jain | ThePrint
घोड़े पर अपनी बहन के साथ कैमरे के लिए पोज़ देते बिलावल मुस्कुरा रहे हैं | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Bilwal Bhutto took over the position of his mother (chairman of PPP) three days after she was assassinated in 2007 | Photo: Praveen Jain | ThePrint
भुट्टो निवास के बगीचे में एक बकरी के साथ बिलावल | प्रवीण जैन | दिप्रिंट
In this 5 April photo shared by Bakhtawar on Twitter, a portrait of the late Benazir Bhutto hangs in the room as Bilawal shares a light moment with his father Asif Ali Zardari | @BakhtawarBZ
बख्तावर द्वारा ट्विटर पर साझा की गई 5 अप्रैल की इस तस्वीर में, दिवंगत बेनजीर भुट्टो का एक चित्र कमरे में लगा हुआ है और बिलावल ने अपने पिता आसिफ अली जरदारी के साथ का एक पल साझा किया है | Twitter/@BakhtawarBZ
Chairman of PPP Bilawal Bhutto Zardari addressing public gathering at Taseel Dargai on 23 March | Photo: @BakhtawarBZ 5
पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने 23 मार्च को दरगई तहसील में जनसभा को संबोधित किया | Twitter/@BakhtawarBZ

Bakhtawar and Bilawal at the former's wedding in January last year | @BBhuttoZardari

Bilawal Bhutto with his youngest sister Aseefa Bhutto Zardari, who has made her political debut with PPP | Photo: @AseefaBZ
बिलावल और उनकी सबसे छोटी बहन असीफा भुट्टो जरदारी, जिन्होंने फरवरी में कराची में एक रैली में 2020 में पीपीपी के साथ राजनीतिक शुरुआत की थी | ट्विटर/@AseefaBZ

(इस गैलरी को अंग्रेज़ी में देखने के लिए यहां क्लिक करें)

share & View comments