नयी दिल्ली, आठ अप्रैल (भाषा) भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) द्वारा संचालित प्रत्येक भारतीय हवाई अड्डे पर स्थानीय स्वयं सहायता समूहों के लिए 100 से 200 वर्ग फुट क्षेत्र निर्धारित किया गया है, ताकि वे वहां अपने उत्पाद बेच सकें।
एएआई ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि क्षेत्र के कुशल कारीगरों के लिए स्थान (एवीएसएआर) पहल के रूप में हवाई अड्डों के तहत यह कदम उठाया गया है।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण देश भर में 100 से अधिक हवाई अड्डों का संचालन करता है।
बयान में कहा गया है कि स्वयं सहायता समूहों को 15 दिनों के लिए बारी-बारी से स्थान आवंटित किया जा रहा है।
बयान में उल्लेख किया गया कि चेन्नई, अगरतला, देहरादून, कुशीनगर, उदयपुर और अमृतसर हवाई अड्डों पर कुछ प्रतिष्ठान पहले ही चालू किए जा चुके हैं, जहां स्थानीय महिलाओं द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूह हवाई यात्रियों के वास्ते चावल, पैकेट बंद पापड़, अचार, बांस आधारित लेडी बैग, बोतल, लैंप सेट, स्थानीय कलाकृतियों और पारंपरिक शिल्प का प्रदर्शन एवं विपणन करते हैं।
बयान में कहा गया, ‘एएआई संचालित कई और हवाई अड्डे राज्य सरकारों के साथ मिलकर रांची, कोलकाता, वाराणसी, इंदौर, भोपाल, वड़ोदरा, रांची, बेलगावी, मदुरै, कोयंबटूर, कालीकट, सूरत, भुवनेश्वर, रायपुर, सिलचर, डिब्रूगढ़ और जोरहाट में ऐसे स्वयं सहायता समूहों को स्थान आवंटित करने की प्रक्रिया में हैं।
इसमें कहा गया है कि इच्छुक स्वयं सहायता समूहों को अपने सामान के लिए स्थान प्राप्त करने के वास्ते उसकी वेबसाइट के माध्यम से आवेदन करना चाहिए।
भाषा नेत्रपाल प्रशांत
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