नयी दिल्ली, आठ अप्रैल (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) को-लोकेशन मामले में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन की जांच के सिलसिले में शुक्रवार को कई जगह छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
संघीय जांच एजेंसी मामले में लिप्त कुछ दलालों के ठिकानों सहित दिल्ली और पड़ोसी गुरुग्राम में नौ परिसरों में छापेमारी कर रही है।
धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत छापेमारी की जा रही है। ईडी ने सीबीआई की 2018 की प्राथमिकी के आधार पर कथित अनियमितताओं की जांच के लिए धनशोधन का मामला दर्ज किया था।
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने हाल ही में इस मामले में एनएसई की पूर्व प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामकृष्ण और समूह संचालन अधिकारी (जीओओ) आनंद सुब्रमण्यम को गिरफ्तार किया था। वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और सीबीआई ने भी उनसे पूछताछ की है।
आयकर विभाग भी मामले की जांच कर रहा है।
वहीं, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 11 फरवरी को रामकृष्ण और अन्य पर सुब्रमण्यम को मुख्य रणनीतिक सलाहकार नियुक्त करने सहित कई अनियमितताओं का आरोप लगाया था, जिसके बाद केंद्रीय एजेंसियों ने जांच तेज कर दी।
सीबीआई सूत्रों ने बताया था कि रामकृष्ण ने सुब्रमण्यम को अपना सलाहकार नियुक्त किया था, जिन्हें बाद में सालाना 4.21 करोड़ रुपये के मोटे वेतन पर समूह संचालन अधिकारी (जीओओ) के रूप में पदोन्नत किया गया।
एनएसई की तरफ से दी जाने वाली को-लोकेशन सुविधा के तहत ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज परिसर के भीतर अपने सर्वर रख सकते हैं ताकि उन्हें बाजार में होने वाले लेनदेन तक त्वरित पहुंच मिल पाए।
सीबीआई का आरोप है कि कुछ ब्रोकरों ने एनएसई के कुछ भीतरी लोगों के साथ मिलकर को-लोकेशन प्रणाली का दुरुपयोग किया और इस तरह अप्रत्याशित लाभ अर्जित किए।
भाषा
जोहेब नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.