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Sunday, 29 September, 2024
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करौली में आगजनी और हिंसा को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप,

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जयपुर, सात अप्रैल (भाषा) राजस्थान के करौली में आगजनी और हिंसा को लेकर राजनीति तेज हो गई। सत्तारूढ कांग्रेस का कहना है कि ध्रुवीकरण की राजनीति के लिये इस तरह की साजिश रची गई थी जबकि भाजपा ने इस पूरी घटना को सुनियोजित साजिश बताया है।

इस बीच, करौली में कर्फ्यू की मियाद को 10 अप्रैल तक बढा दिया गया है। बृहस्पतिवार को कर्फ्यू में दो घंटे की ढील दी गई जबकि शुक्रवार को तीन घंटे की ढील दी जायेगी।

भाजपा के सात सदस्यीय जांच दल द्वारा तैयार रिपोर्ट को पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां एवं प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह को सौंपी गयी।

विधानसभा में प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने बृहस्पतिवार को कहा कि रैली की पुलिस ने वीडियोग्राफी प्रारंभ से ही शुरू कर रखी थी, कई उपद्रवी दंगे में लिप्त थे परंतु मुख्य अभियुक्त अमिनुददीन, मतलुम खान दंगा होने के बाद भी शांतिसमिति की बैठक में पुलिस की मौजूदगी में उपस्थित रहे। उन्होंने सवाल किया कि वीडियोग्राफी में सारी चीजों का आकलन होने के बाद भी पुलिस प्रशासन ने कार्यवाहीं क्यों नहीं की।

राठौड़ ने कहा कि ये सारी घटनाएं सिद्ध कर रही है कि राजस्थान में पीएफआई जैसे संगठन से जुड़े हुए लोग उनमें शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने वादा किया कि वह उपद्रवियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करेगा, वह निष्पक्षता से कार्यवाही करेगा, परंतु राजस्थान के सरकार, कांग्रेस नेताओं के दबाव में शासन एवं प्रशासन ने पीडितों के साथ अन्याय किया जा रहा है।

कांग्रेस जांच दल में शामिल डा जितेन्द्र सिहं, विधायक रफीक खान और ललित यादव ने भी करौली का दौरा किया और प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से स्थिति पर चर्चा कर स्थानीय लोगो से घटना की जानकारी ली। कांग्रेस के प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि ध्रुवीकरण की राजनीति के लिये इस तरह की साजिश रची गई।

भाषा कुंज

कुंज बिहारी राजकुमार

राजकुमार

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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