नयी दिल्ली, सात अप्रैल (भाषा) भारत ने यमन में दो महीने के संघर्षविराम की घोषणा का बृहस्पतिवार को स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि इससे समावेशी राजनीतिक प्रक्रिया की ओर सकारात्मक रूप से बढ़ने में मदद मिलेगी ताकि वहां आठ वर्षों से जारी संघर्ष समाप्त हो सके।
हाल के दिनों में यमन के हिंसक गृहयुद्ध में दोनों पक्षों के साथ अलग-अलग बैठक के बाद संयुक्त राष्ट्र के दूत हैंस ग्रंडबर्ग ने जॉर्डन की राजधानी अम्मान से पिछले शुक्रवार को इस समझौते की घोषणा की थी इस बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘‘ हम यमन में 2 अप्रैल से दो महीने के लिये संघर्षविराम किए जाने की घोषणा का स्वागत करते हैं जो संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हैंस ग्रंडबर्ग की पहल पर हुआ है।’’
उन्होंने कहा ‘‘ हम उम्मीद करते हैं कि इस पहल से अधिक समग्र एवं टिकाऊ संघर्षविराम का मार्ग प्रशस्त होगा और समावेशी राजनीतिक प्रक्रिया की ओर सकारात्मक रूप से बढ़ने में मदद मिलेगी ताकि वहां आठ वर्षों से जारी संघर्ष समाप्त हो सके।’’
बागची ने कहा कि भारत और यमन के ऐतिहासिक एवं मित्रतापूर्ण संबंध हैं और हम उस देश के लोगों एवं क्षेत्र के लिये शांति, समृद्धि और सुरक्षा की कामना करते हैं ।
भाषा दीपक
दीपक नरेश मनीषा
मनीषा
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