कोलकाता, पांच अप्रैल (भाषा) जलवायु परिवर्तन को कम करने पर संयुक्त राष्ट्र के पैनल की ताजा रिपोर्ट में भारतीय महानगरों में निजी के बजाय सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को तवज्जो दिए जाने के संबंध में कोलकाता का जिक्र किया गया है।
परिवर्तन पर अंतरसरकारी पैनल (आईपीसीसी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोलकाता में शहरी आवागमन प्रणाली संबंधी बदलाव सामाजिक-तकनीकी परिवर्तन के लिए संस्थागत एवं सामाजिक-सांस्कृतिक वाहकों और परस्पर नीति को दर्शाता है।
इसने कहा कि सार्वजनिक परिवहन के 12 अलग-अलग माध्यम हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी प्रणाली संरचना है और ये शहर के एक करोड़ 40 लाख नागरिकों को आवागमन का साधन प्रदान करते हैं।
आईपीसीसी की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया कि आवागमन से सार्वजनिक साधनों में कुछ लोगों की बैठने की व्यवस्था वाले रिक्शा से लेकर सैकड़ों लोगों के बैठने की व्यवस्था वाली मेट्रो या उपनगरीय ट्रेन शामिल हैं।
आईपीसीसी की रिपोर्ट में 2016 की एक पत्रिका का हवाला देते हुए कहा गया है कि सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था मजबूत करने के लिए उठाए गए कदमों ने कोलकाता महानगरीय क्षेत्र में जीडीपी के प्रति इकाई ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को एक दशक में आधा करने में सकारात्मक योगदान दिया है।
भाषा सिम्मी नेत्रपाल
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