नयी दिल्ली, पांच अप्रैल (भाषा) सलवा जुडूम आंदोलन के दौरान छत्तीसगढ़ से पलायन करने वाले 100 से अधिक आदिवासी केंद्र सरकार से अपने पुनर्वास की मांग को लेकर बुधवार को यहां जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन करेंगे।
आदिवासियों के अधिकारों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता शुभ्रांशु चौधरी ने बताया कि 17 वर्ष पहले 2005 में जब सलवा जुडूम आंदोलन के बाद हिंसा बढ़ी तब एक सरकारी आंकड़े के अनुसार 644 गांवों से 55 हजार लोग हिंसा से बचने के लिए अपना घर और गांव छोड़कर पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश (अब तेलंगाना भी) चले गए थे।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा कि इन विस्थापित आदिवासियों के पुनर्वास की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए जंतर-मंतर पर सांकेतिक धरना दिया जाएगा।
चौधरी ने कहा कि अपनी मांगों और समस्याओं पर चर्चा के लिए एक आदिवासी प्रतिनिधिमंडल आदिवासी मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा से मुलाकात का समय चाहता है।
भाषा शफीक नेत्रपाल
नेत्रपाल
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