दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
चयनित कार्टून पहले अन्य प्रकाशनों में प्रकाशित किए जा चुके हैं जैसे प्रिंट, ऑनलाइन या सोशल मीडिया पर और इन्हें उचित श्रेय भी मिला है।
आलोक निरंतर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिटनेस वीडियो का मज़ाक बनाया है, जिसे उन्होंने बुधवार की सुबह जारी किया, जिसकी तुलना दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मौजूदा राज्य राजनीती के साथ जोड़ दिया गया है।
मिड डे में कार्टूनिस्ट मंजुल ने “मोदी-केजरीवाल दरार” के विषय को दिखाया है, जिसका अर्थ यह है कि किम और ट्रम्प सिंगापुर में शांति की तलाश में हैं और दिल्ली सिंगापुर नहीं है.
सिफ़ी .कॉम में सतीश आचार्य ने पिछले कुछ वर्षों में पीएम मोदी के वादे पर तंज कसा है और ‘द बॉय हु क्राइएड वुल्फ’ की कहानी के साथ समानताएं खींचती है। अब जब मोदी कहते हैं कि उनका जीवन खतरे में है, तो कोई भी उस पर विश्वास नहीं कर रहा है।
नई दिल्ली में एल-जी के कार्यालय में आप के द्वारा धरना पर टिप्पणी करते हुए कार्टूनिस्ट इरफान का कहना है कि प्रधानमंत्री अब आईपीसी की धारा 144 के तहत पार्टी के सदस्यों के ऊपर झूठा आरोप लगा सकते हैं, जो अवैध असेंबली को दंडित करता है।
बीबीसी हिंदी के कार्टून में कीर्तिश भट्ट ने किम और ट्रम्प के बीच निष्फल सिंगापुर समिट पर टिप्पणी की है। नेताओं के बीच 38 मिनट मुलाकात में उत्तर कोरिया के परमाणु निस्त्रीकरण कार्यक्रम पर कोई ठोस बयान नहीं आया है ।
कार्टूनिस्ट संकेत जैक ट्रम्प-किम मीटिंग पर तंज करते हैं और दर्शाते है की किस तरह से वे एक दूसरे को विश्व राजनीति में देखते हैं। शांति की नींव के तहत, परमाणु निस्त्रीकरण कार्यक्रम ने पीछे हटना शुरू कर दिया है।
मिरर नाउ में हेमंत मोरपारिया ने भाजपा के चुनाव अभियान और दूसरी बार मोदी की छवि पर पार्टी के भरोसे को दर्शाया है।
कार्टूनिस्ट अवंथा अर्थिगाला ने उत्तर कोरिया से बात करने पर डोनाल्ड ट्रम्प के आग्रह की खिल्ली उड़ायी है।
Read in English : Last Laughs: Modi-Kejriwal fitness politics and PM’s ‘Boy who cried Wolf’ story