भोपाल, चार अप्रैल (भाषा) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में नशा मुक्ति अभियान चलाने का फैसला किया है।
अपनी ही पार्टी की प्रदेश सरकार की शराब नीति का विरोध कर रहीं वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती ने मुख्यमंत्री के इस कदम का स्वागत किया है।
इससे चंद घंटे पहले सोमवार को उमा ने कहा था, ‘’मुख्यमंत्री ने पिछले दो साल के दौरान हर मुलाकात में मुझसे शराबबंदी पर बात की है, लेकिन जब बात सामने आ गई, तो उन्होंने मुझसे बातचीत करना बंद कर दिया है।’’
उमा ने सिलसिलेवार ट्वीट कर मांग उठायी थी कि प्रदेश में अहातों में शराब परोसने की व्यवस्था तुरंत बंद की जाए और स्कूल, अस्पताल, मंदिर एवं अन्य निषिद्ध स्थानों के पास भी शराब की दुकानें बंद हों। इसके अलावा, उन्होंने मांग की कि प्रदेश में घर-घर शराब पहुंचाने की व्यवस्था पर तुरंत रोक लगे।
चौहान ने नर्मदापुरम जिले के माखन नगर में आयोजित गौरव दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘नशा नाश की जड़ है। इसलिए, प्रदेश में नशा मुक्ति अभियान चलाना है। इसकी शुरुआत करके, लोगों से अपील करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जनता के संकल्प से ही ये चीज खत्म हो सकती है कि हम अपने गांव को नशा मुक्त करेंगे।’’
चौहान ने कहा कि सभी संकल्प लें कि अपने गांव को नशा मुक्त करेंगे और धीरे-धीरे नशा की बुराई को नष्ट करें। उन्होंने कहा कि नर्मदा किनारे शराब की दुकान नहीं खुलेंगी।
मुख्यमंत्री के इस ऐलान के बाद उमा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि शिवराज जी ने अति शीघ्र सरकार की तरफ से नशा मुक्ति अभियान चलाने की घोषणा कर दी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं सरकार के नशा मुक्ति अभियान का समर्थन करती हूं एवं स्वागत करती हूं। मैं भी इसमें समय-समय पर भागीदारी करूंगी।’’
उमा ने कहा, ‘‘यह सरकार की नीति है कि स्कूल, कॉलेज, मंदिर एवं जहां नागरिकों एवं महिलाओं को आपत्ति हो, वहां शराब की दुकान नहीं हो। ऐसी जगहों पर खुले अहाते में शराब पिलाने जैसी बातों पर जहां आपत्ति है, उसमें भी सरकार अपनी नीति का क्रियान्वयन सुनिश्चित करे।’’
भाषा रावत शफीक
शफीक
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