नयी दिल्ली, 30 मार्च (भाषा) उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए संसद और राज्य विधानसभाओं में उन्हें आरक्षण दिए जाने पर जोर दिया। साथ ही, लैंगिक आधार पर भेदभाव किये बगैर सभी बच्चों के लिए समान संपत्ति के अधिकार का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि विधानसभाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण का मुद्दा चर्चा में रहा है, लेकिन यह किसी वजह से उम्मीद के मुताबिक आगे नहीं बढ़ रहा है। नायडू ने कहा कि महिला सशक्तिकरण का न केवल उनके (महिला के) स्वयं के जीवन पर, बल्कि परिवार और समाज पर भी व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि समावेशी विकास के लिए महिलाओं, युवाओं और ग्रामीण भारत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
फिक्की महिला संगठन के 38वें वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए नायडू ने बुधवार को कॉरपोरेट क्षेत्र और विभिन्न गैर सरकारी संगठनों से बालिकाओं को शिक्षित करने में सरकार के प्रयासों को पूरा करने का आग्रह किया।
उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘लड़कियों के साथ कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए और प्रत्येक बालिका को स्कूल जाना चाहिए।’’
भाषा आशीष सुभाष
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