जालना (महाराष्ट्र), 30 मार्च (भाषा) सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप में भारतीय जनता पार्टी के विधायक बबनराव लोनिकर को कथित रूप से महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरण कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) के एक अधिकारी को धमकाते सुना जा सकता है।
भाजपा नेता द्वारा कथित रूप से अभद्र भाषा का इस्तेमाल किए जाने के बाद ऊर्जा मंत्री नितिन राउत ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने का अधिकारियों को निर्देश दिया।
कथित क्लिप में लोनिकर राज्य के औरंगाबाद में अपने बंगले की बिजली काटे जाने पर कर्मचारी को आयकर विभाग के छापे की धमकी दे रहे हैं।
फोन पर हुई कथित बातचीत की कथित ऑडियो क्लिप में सुना जा सकता है कि राज्य के जालना जिले के परतुर से विधायक लोनिकर, एमएसईडीसीएल के एक अधिकारी से कह रहे हैं कि औरंगाबाद में उनके बंगले की बिजली काट दी गई और मीटर बॉक्स हटा दिया गया, जबकि उन्होंने इस साल 10 लाख रुपये का (बिजली) बिल भरा था।
बातचीत के दौरान लोनिकर ने एमएसईडीसीएल के अधिकारी से यह भी पूछा कि झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाके में बिजली आपूर्ति में कटौती क्यों नहीं करते, जहां लोग ऊपर से जा रही ट्रांसमिशन लाइन में कटिया लगाकर बिजली चोरी करते हैं।
कथित क्लिप में यह भी सुना जा सकता है कि विधायक ने कर्मचारी को अपशब्द कहे और उसके परिसरों पर आयकर विभाग से छापा पड़वाने की धमकी दी।
ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद भाजपा नेता लोनिकर ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने न तो एमएसईडीसीएल के किसी अधिकारी से बात की और न उसे धमकी दी और अपशब्द कहे।
उन्होंने कहा, ‘‘ ऑडियो क्लिप फर्जी है और यह मेरी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से बनाई गई है। एमएसईडीसीएल ने लोनिकर आवास की बिजली नहीं काटी इसलिए किसी कर्मचारी को धमकी देने का सवाल ही पैदा नहीं होता।”
इस बीच, मंत्री नितिन राउत ने अपने विभाग के अधिकारियों को एमएसईडीसीएल अधिकारी के खिलाफ कथित रूप से अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर लोनिकर पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का आदेश दिया।
राउत ने कहा, “ राज्य के पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक बबनराव लोनिकर की भाषा पूरी तरह से अस्वीकार्य है। मैंने एमएसईडीसीए के सहायक प्रबंध निदेशक को घटना के संबंध में सभी विवरण प्राप्त करने और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा है।”
मंत्री ने कहा, “ लोनिकर का 10 लाख रुपये बकाया भुगतान का दावा भ्रामक है। उनके दोनों घरों के बिजली बिल का बकाया अब भी चार लाख रुपये तक का है। उन्होंने एक साल से अधिक समय से बिल का भुगतान भी नहीं किया है।”
भाषा नोमान सुभाष
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