कोयंबटूर, 29 मार्च (भाषा) इस साल मार्च से मई के बीच अच्छी गुणवत्ता वाले मक्के की खेत पर कीमत 2,300-2,400 रुपये प्रति क्विंटल के ऊंचे स्तर पर रहेगी। तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय ने बुधवार को यह अनुमान लगाते हुए कहा कि किसानों को सलाह दी जाती है कि वे उचित विपणन निर्णय लें।
विश्वविद्यालय के कृषि एवं ग्रामीण विकास केंद्र की मूल्य पूर्वानुमान योजना में पिछले 27 वर्षों की कीमतों का विश्लेषण किया गया है। ये कीमतें मक्के के लिए उडुमलपेट विनियमित बाजार में प्रचलित हैं। इनके आधार पर विश्वविद्यालय ने यह निष्कर्ष निकाला है।
व्यापार सूत्रों के अनुसार, तमिलनाडु के मक्का क्लस्टर (संकुल) से मक्के की आवक शुरू हो चुकी है। कर्नाटक में मुख्य रूप से चित्रदुर्ग और दावणगेरे क्षेत्रों में पूर्वोत्तर मानसून में देरी के कारण मक्के की फसल की खेती काफी प्रभावित हुई है।
विश्लेषण में कहा गया है कि इसके परिणामस्वरूप बाजार में आवक के स्तर में भारी कमी आई है जिससे चालू सत्र के दौरान मक्के की कीमतों में तेजी आई है।
तमिलनाडु में वर्ष 2019-20 के दौरान 24.7 लाख टन उत्पादन के साथ 3.4 लाख हेक्टेयर में मक्का की खेती की गई थी।
भाषा राजेश राजेश अजय
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