अमरावती, 28 मार्च (भाषा) दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) ने आंध्र प्रदेश के विभिन्न खंडों पर 163 मार्ग किलोमीटर लंबी रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण का काम पूरा कर लिया है, जिससे ‘भारतीय रेलवे के मिशन विद्युतीकरण’ को बढ़ावा मिला है।
विद्युतीकृत खंड में कादिरी-तुम्मानमगुट्टा (53.30 मार्ग किलोमीटर), पकाला-कलिकिरी (55.80 किलोमीटर) और डोन-कुरनूल सिटी (54.20 किलोमीटर) शामिल हैं।
एससीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सी राकेश ने यहां एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘यह रेल बुनियादी ढांचे में एक प्रमुख वृद्धि है और रायलसीमा क्षेत्र के चित्तूर, अनंतपुरमू और कुरनूल जिलों के आंतरिक खंडों में विद्युतीकरण की शुरूआत का मार्ग प्रशस्त करता है।’’
इन खंडों के विद्युतीकरण से कर्षण शक्ति में बदलाव से बचने और यात्री एवं मालगाड़ियों दोनों के मार्ग में अवरोध को कम करके ट्रेनों की निर्बाध आवाजाही को सक्षम बनाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह ट्रेनों की औसत गति में भी सुधार करेगा और ईंधन की लागत को बचाने के साथ-साथ ट्रेनों को चलाने के लिए पर्यावरण के अनुकूल साधन प्रदान करेगा।
253 करोड़ रुपये की लागत से 2017-18 में स्वीकृत 228 किलोमीटर लंबी धर्मावरम-पकाला विद्युतीकरण परियोजना के तहत कादिरी-तुम्मानमगुट्टा और पकाला-कलिकिरी खंडों पर कार्य किया गया।
सीपीआरओ ने कहा कि अब तक कुल 176 किलोमीटर परियोजना का विद्युतीकरण किया जा चुका है, जबकि तुम्मानमगुट्टा-कलिकिरी के बीच शेष 52 किलोमीटर मार्ग का काम भी पूरा होने वाला है।
डोन-कुरनूल खंड, 783 किलोमीटर डोन-कुरनूल शहर-मुदखेड-मनमाड विद्युतीकरण परियोजना का हिस्सा है, जिसे 2015-16 में 900 करोड़ रुपये की लागत से स्वीकृत किया गया था।
सीपीआरओ ने कहा कि आंध्र प्रदेश का डोन और कुरनूल शहर के बीच रेल मार्ग का खंड अब पूरी तरह से विद्युतीकृत हो गया है। दक्षिण मध्य रेलवे के महाप्रबंधक संजीव किशोर ने जोनल और संभागीय अधिकारियों को पूरे क्षेत्र में विद्युतीकरण कार्यों को तेज करने के लिए कहा है ताकि 2023 के अंत तक इन्हें पूरा किया जा सके।
भाषा सुरभि शोभना
शोभना
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