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Monday, 23 December, 2024
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दक्षिण अफ्रीका से आखिरी गेंद पर हारकर भारत महिला विश्व कप से बाहर

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क्राइस्टचर्च, 27 मार्च ( भाषा ) आखिरी ओवर में फेंकी गई नोबॉल ने मैच की तस्वीर पलट दी और दक्षिण अफ्रीका से ‘करो या मरो ’ के मुकाबले में आखिरी गेंद पर तीन विकेट से हारकर भारतीय महिला क्रिकेट टीम रविवार को आईसीसी विश्व कप से बाहर हो गई ।

जीत के लिये 275 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका को आखिरी ओवर में सात रन की जरूरत थी । दीप्ति शर्मा के इस ओवर की दूसरी गेंद पर तृषा शेट्टी रन आउट हो गई । अगली दो गेंद पर दो रन बने लेकिन पांचवीं गेंद पर मिगनोन डु प्रीज (63 गेंद में नाबाद 52 रन ) ने लांग आन पर कैच थमा दिया । इस समय दक्षिण अफ्रीका को एक गेंद पर तीन रन की जरूरत थी ।

यह गेंद हालांकि नोबॉल निकली और अब दक्षिण अफ्रीका को दो गेंद पर दो रन की जरूरत थी जो आसानी से बन गए । आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज ने विश्व कप के अंतिम चार में जगह बनाई ।

इससे पहले शेफाली वर्मा, स्मृति मंधाना और संभवत: अपना आखिरी मैच खेलने वाली कप्तान मिताली राज के अर्धशतकों की मदद से भारत ने सात विकेट पर 274 रन बनाये । भारतीय कप्तान मिताली राज ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया ।

शेफाली ( 46 गेंद में 53 रन ) और स्मृति (84 गेंद में 71 रन ) ने 90 गेंद में 91 रन की साझेदारी की जबकि हरमनप्रीत कौर ने आखिर में 57 गेंद में 48 रन बनाये ।

दक्षिण अफ्रीका के लिये लौरा वोल्वार्ट ने 79 गेंद में 80 और लारा गुडाल ने 69 गेंद में 49 रन बनाकर दूसरे विकेट के लिये 125 रन की साझेदारी की । भारत को झूलन गोस्वामी के अनुभव की कमी बहुत खली जो बाजू की मांसपेशी में खिंचाव के कारण नहीं खेल सकी ।

हरमनप्रीत ने सलामी बल्लेबाज लिजेले ली ( छह ) को रन आउट किया था । हरमनप्रीत ने वोल्वार्ट और सुने लुस ( 22) के भी विकेट लिये । भारत का क्षेत्ररक्षण बहुत ही ढीला था और स्मृति ने 45वें ओवर में डु प्रीज को जीवनदान दिया । ट्रायोन ने गायकवाड़ के डाले 47वें ओवर में तीन चौके लगाकर रन और गेंद का अंतर कम कर दिया था ।

इससे पहले भारत के लिये शेफाली ने काफी आक्रामक बल्लेबाजी की और स्मृति ने पारी के सूत्रधार की भूमिका निभाई । शेफाली ने दक्षिण अफ्रीका की सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज शबनम इस्माइल को शुरू ही से दबाव में रखा । उन्होंने शबनम के दूसरे ओवर में तीन चौके जड़े । अपनी पारी में उन्होंने आठ चौके लगाये । 18 वर्ष की शेफाली ने तेज गेंदबाज मसाबाता क्लास को मिडआन पर चौका लगाकर टूर्नामेंट में पहला अर्धशतक पूरा किया ।

जिस तरह से भारतीय सलामी बल्लेबाज खेल रहे थे , ऐसा लग रहा था कि भारत एक बार फिर 300 के पार स्कोर बना लेगा । लेकिन शेफाली और तीसरे नंबर की बल्लेबाज यस्तिका भाटिया एक के बाद एक विकेट गंवा बैठी जिससे रनगति पर अंकुश लगा ।

शेफाली और स्मृति के बीच लेग साइड में एक रन लेने को लेकर गलतफहमी हुई और शेफाली रन आउट हो गई । वहीं यस्तिका ने आफ स्पिनर चोल ट्रायोन की गेंद पर स्वीप शॉट खेला और गेंद उनके स्टम्प पर जा लगी । भारत का स्कोर बिना किसी नुकसान के 91 रन से दो विकेट पर 96 रन हो गया ।

इसके बाद मिताली और स्मृति ने पारी को आगे बढाया । शुरूआती स्पैल में महंगी साबित हुई शबनम ने शानदार वापसी की और भारतीय कप्तान पर दबाव बनाया ।

एक बार क्रीज पर जमने के बाद मिताली ने हालांकि खुलकर खेला । स्मृति के जाने के बाद मिताली और हरमनप्रीत ने तेजी से रन बनाये । आखिरी दस ओवर में हालांकि 51 रन ही बन सके और चार विकेट गिर गए ।

मिताली ने इसी मैदान पर 22 साल पहले अपने पहले विश्व कप में भी अर्धशतक बनाया था ।

भाषा

मोना

मोना

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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