नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने अपनी टेलीफोन निर्देशिका के ‘प्रोफॉर्मा’ से कुछ खंड को हटा दिया है, जिन्हें इसके शिक्षक संघ ने ‘‘भेदभावपूर्ण’’ बताया था।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने 16 मार्च को एक परिपत्र जारी करके कर्मचारियों से संशोधित टेलीफोन निर्देशिका के लिए ‘प्रोफॉर्मा’ भरने को कहा था। ‘प्रोफॉर्मा’ में एक खंड संबोधन के लिए था और दूसरा शिक्षकों के लिए अपना व्यक्तिगत नंबर निर्दिष्ट करने के लिए। शिक्षकों का एक वर्ग प्रारूप से सहमत नहीं था।
जेएनयूटीए सचिव सुचरिता सेन ने कहा, ‘‘पहले, ‘प्रोफॉर्मा’ में संबोधन के लिए एक खंड था। महिला शिक्षकों को यह निर्दिष्ट करने की आवश्यकता थी कि वे ‘एमएस’ हैं, या ‘मिस’ हैं, या ‘मिसेज’ हैं, यानि कुमारी हैं, सुश्री हैं या श्रीमती हैं। हालांकि, पुरुषों को इसे निर्दिष्ट करने की कोई आवश्यकता नहीं थी। इसके अलावा, सभी कर्मचारियों को अपना संपर्क नम्बर साझा करने की आवश्यकता थी।’’
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (जेएनयूटीए) ने अपनी बात रखते हुए रविवार को उप रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर ‘प्रोफॉर्मा’ में संशोधन का अनुरोध किया।
जेएनयू प्रशासन ने सोमवार को एक नया परिपत्र जारी किया, जिसमें संबोधन वाले खंड को हटा दिया गया और मोबाइल नंबर को वैकल्पिक बना दिया गया है।
भाषा अमित उमा
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