नयी दिल्ली, 22 मार्च (भाषा) ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने कर शीर्ष खिलाड़ियों को हराने का आत्मविश्वास हासिल करने वाले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने मंगलवार को कहा कि उन्हें आगामी बड़े टूर्नामेंटों में अपनी फिटनेस बनाए रखने की जरूरत होगी।
उत्तराखंड के इस 20 साल के खिलाड़ी ने बर्मिंघम में पुरुष एकल फाइनल तक का सफर तय कर सबको चौका दिया। उन्होंने अपने खेल में सुधार का श्रेय पिछले साल इंडोनेशिया और विश्व चैंपियनशिप में खेलने के अनुभव को दिया।
लक्ष्य ने कहा कि उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान अपनी फिटनेस को सुधार करने में कड़ी मेहनत की थी जिससे उन्हें मदद मिली।
उन्होंने कहा, ‘‘ महामारी के दौरान पास बहुत समय था जहां मैं अपनी फिटनेस को अगले स्तर तक सुधारने पर काम कर रहा था। एक जूनियर खिलाड़ी के रूप में मैं आक्रमण पर ज्यादा जोर दे रहा था और हर समय स्मैश खेलता था, लेकिन बड़े मैचों में आपको एक धैर्य के साथ खेल खेलना होता है ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने महामारी के बाद बहुत सारे टूर्नामेंट खेले, विशेष रूप से इंडोनेशिया और विश्व चैंपियनशिप में और इससे मुझे आत्मविश्वास मिला। मुझे यह समझ में आया कि मैं हर समय आक्रामक खेल नहीं खेल सकता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विक्टर (एक्सेलसन), केंटो मोमोटा और केंटा त्सुकामोटो के खिलाफ मैचों से मेरा मनोबल काफी बढ़ा। साल 2020 में विक्टर के साथ खेलने (अभ्यास) के बाद से बहुत कुछ बदल गया है। मेरे दृष्टिकोण में अंतर आया है जिससे मैं बड़े खिलाड़ियों को हरा पाया।’’
विश्व रैंकिंग में नौवें स्थान पर पहुंचे लक्ष्य ने कहा कि इससे उन्हें आने वाले समय में फायदा होगा। उन्हें बड़े टूर्नामेंटों में खेलने का मौका मिलेगा और शुरुआती चरणों में अपेक्षाकृत आसान ड्रॉ मिलेगा।
भाषा आनन्द मोना
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