जयपुर, 22 मार्च (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, निरोगी राजस्थान तथा आरजीएचएस जैसी योजनाओं के माध्यम से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार मजबूत कर रही है।
गहलोत मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर हृदय रोगियों की निशुल्क उपचार के
लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा गुजरात के प्रशांति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाउंडेशन के बीच सहमति ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर के अवसर पर विचार व्यक्त कर रहे थे।
उन्होंने कहा,‘‘हमारा प्रयास है कि राज्य के लोगों को गंभीर रोगों में भी उपचार की बेहतरीन व निशुल्क सुविधाएं मिलें। इसी उद्देश्य से राज्य बजट में सरकारी चिकित्सालयों में निशुल्क ओपीडी व आईपीडी सुविधा देने की घोषणा की गई है।’’ उन्होंने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा करने के इस पुनीत कार्य में स्वयंसेवी संस्थाएं भी आगे आकर सरकार का सहयोग करें और जरूरतमंद लोगों के प्रति अपना सामाजिक दायित्व निभाएं।
इस समझौते पर जनस्वास्थ्य निदेशक वीके माथुर तथा प्रशांति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाउंडेशन के मैनेजिंग ट्रस्टी हरीश भिमानी ने हस्ताक्षर किए। इस समझौते के जरिए आगामी दो वर्ष में हृदय में छेद की समस्या, एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, हृदय की जन्मजात समस्या आदि हृदय रोगों से पीड़ित राज्य के 1000 रोगियों के निशुल्क ऑपरेशन का लक्ष्य है। राज्य सरकार इन रोगियों को
अस्पताल तक आने-जाने की निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच हजार रुपये वहन करेगी।
एक अन्य कार्यक्रम में गहलोत ने कहा कि राज्य के कृषि बजट से किसानों के घर में खुशहाली आएगी। गहलोत ने कहा कि किसान व पशुपालक देश व प्रदेश के विकास की मुख्य धुरी हैं। राज्य की आबादी के इस बड़े वर्ग के कल्याण के लिए राज्य सरकार ने अनूठी पहल करते हुए पहली बार अलग से कृषि बजट प्रस्तुत किया। हमारी सरकार की पुरजोर कोशिश है कि किसानों की आय बढ़े और उनके घर में खुशहाली आए।
गहलोत राज्य बजट में की गई घोषणाओं के लिए आभार व्यक्त करने मुख्यमंत्री निवास पहुंचे किसानों और पशुपालकों के प्रतिनिधिमंडल समेत अन्य समूह को संबोधित कर रहे थे।
भाषा पृथ्वी संतोष
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