चेन्नई, 22 मार्च (भाषा) तमिलनाडु सरकार ने मंगलवार को मद्रास उच्च न्यायालय को बताया कि अन्नाद्रमुक के पूर्व नेता सी. वी. षणमुगम को जान का कोई खतरा नहीं है। पूर्ववर्ती सरकार में कानून मंत्री रहे षणमुगम की ओर से पुलिस सुरक्षा बहाल करने के अनुरोध वाली रिट याचिका पैर आज सुनवाई शुरू हुई।
इस दौरान सरकारी वकील ने न्यायमूर्ति ए. डी. जगदीश चंडीरा को बताया कि केंद्रीय और राज्य खुफिया एजेंसियों से यह जानकारी मिलने के बाद कि, षणमुगम को जान का अब कोई खतरा नहीं है, नवंबर 2021 से उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी। सरकार को इस पर जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए न्यायाधीश ने मामले की सुनवाई दो सप्ताह के लिए स्थगित कर दी।
षणमुगम ने अपनी याचिका में कहा था कि उन्हें 2006 से पुलिस सुरक्षा मिली हुई थी क्योंकि विधानसभा चुनाव के दौरान आठ मई 2006 को उनके विरोधियों ने उन पर हमला किया था। याचिका में कहा गया है कि पिछले नवंबर में साल राजनीतिक कारणों से अचानक उनकी वापस ली गई बहाल की जानी चाहिए।
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