नई दिल्ली: मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने फिल्म दि कश्मीर फाइल्स के बारे में कहा कि कश्मीरी पंडितों के लिए मेरा दिल आज भी रो रहा है. अगर मैं दोषी पाया जाता हूं तो मुझे फांसी पर चढ़ा दिया जाए.
अब्दुल्ला ने यह सारी बातें इंडिया टूड को दिए अपने एक इंटरव्यू में कही हैं.
उन्होंने कहा कि जब ईमानदार जज या कमिटी को बैठाया जाएगा तो सच्चाई सामने आ जाएगी. आपको पता चल जाएगा कि कौन जिम्मेदार है. अगर फारूक अब्दुल्ला जिम्मेदार है तो मैं देश में कहीं भी फांसी ले लूंगा.
अब्दुल्ला ने विवेक अग्निहोत्री की आलोचना करते हुए दि कश्मीर फाइल्स फिल्म को प्रोपेगेंडा करार दिया. उन्होंने कहा कि ‘इसने एक ऐसी त्रासदी को जन्म दिया है जिसने राज्य की हर आत्मा, हिंदू और मुसलमानों को बराबरी प्रभावित किया है. राजनीतिक दलों का एक तत्व था जो जातीय सफाई में रुचि रखता था.’
उन्होंने कहा कि फिल्म ने सिखों और मुसलमानों जैसे अन्य समुदायों के बलिदानों को नजरअंदाज किया और एक समुदाय को दोषी ठहराया गया है.
अब्दुल्ला ने कहा कि 1990 में कश्मीरी पंडितों के साथ जो कुछ किया गया वो सब साजिश के तहत अंजाम दिया गया था. उन्हें साजिश करके राज्य से भगाया गया था.
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