(डेट लाइन में बदलाव और अतिरिक्त जानकारी के साथ)
चंडीगढ़, 21 मार्च (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) ने पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, पार्टी के विधायक राघव चड्ढा, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली के संकाय सदस्य संदीप पाठक, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक अशोक मित्तल और व्यवसायी संजीव अरोड़ा को पंजाब से राज्यसभा के लिए पार्टी का उम्मीदवार बनाया है।
राज्यसभा के लिए 31 मार्च को होने वाले चुनाव के मद्देनजर पार्टी के पांचों उम्मीदवार अपने नामांकन पत्र दाखिल करने पंजाब विधानसभा परिसर पहुंचे।
पंजाब से राज्यसभा के पांच सदस्यों… सुखदेव सिंह ढींडसा (शिरोमणि अकाली दल), नरेश गुजराल (शिरोमणि अकाली दल), प्रताप सिंह बाजवा (कांग्रेस), शमशेर सिंह दुल्लो (कांग्रेस) और श्वेत मलिक (भाजपा) का कार्यकाल नौ अप्रैल को समाप्त हो रहा है।
हरभजन सिंह भारतीय क्रिकेट टीम में स्पिनर रह चुके हैं। जालंधर के रहने वाले हरभजन सिंह आईपीएन (इंडियन प्रीमियर लीग) में मुंबई इंडियंस और किंग्स इलेवेन पंजाब के कप्तान भी रह चुके हैं।
नामांकन दाखिल करने के बाद हरभजन सिंह ने कहा कि वह खेलों और खेल से जुड़ी बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए काम करेंगे।
अशोक मित्तल फगवाड़ा स्थित ‘लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी’ (एलपीयू) के संस्थापक हैं। यह राज्य का पहला निजी विश्वविद्यालय है।
एलपीयू भारत के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों में से एक है जहां 50 से ज्यादा देशों के विद्यार्थी पढ़ते हैं। मित्तल का परिवार मिठाइयों का व्यवसाय करता था।
वहीं 33 वर्षीय राघव चड्ढा दिल्ली के राजिंदर नगर से विधायक हैं और पंजाब में पार्टी के सह-प्रभारी भी हैं। उन्हें पंजाब में पाटी की जीत के रणनीतिकारों में से एक माना जाता है।
ब्रिटेन के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पीएचडी करने वाले संदीप पाठक भी विधानसभा चुनावों में आप की जीत के रणनीतिकार रहे हैं। वह आईआईटी दिल्ली में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।
लुधियाना के व्यवसायी संजीव अरोड़ा ‘कृष्ण प्राण ब्रेस्ट कैंसर चैरिटेबल ट्रस्ट’ चलाते हैं। उन्होंने कैंसर से अपने माता-पिता की मौत होने के बाद ट्रस्ट की स्थापना की और उसमें अभी तक कैंसर के 160 से ज्यादा मरीजों का नि:शुल्क इलाज हो चुका है।
अरोड़ा लुधियाना के दयानंद मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रशासन बोर्ड में हैं और वह पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के एपेक्स काउंसिल के सदस्य भी हैं।
आप के सभी पांच उम्मीदवारों का संसद के उच्च सदन के लिए चुना जाना तय है, क्योंकि पार्टी ने हाल ही में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में 117 में से 92 सीटें जीती हैं।
कांग्रेस नेता एवं मौजूदा विधायक सुखपाल खैरा ने ट्वीट किया, ‘‘अगर आम आदमी पार्टी द्वारा संभावित राज्यसभा उम्मीदवारों की यह सूची सही है तो यह पंजाब के लिए सबसे दुखद खबर होगी और यह हमारे राज्य के लिए पहला भेदभाव होगा। हम किसी भी गैर पंजाबी को नामांकित किए जाने का कड़ा विरोध करते हैं। यह ‘आप’ के कार्यकर्ताओं के साथ भी एक मजाक है, जिन्होंने पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की है।’’
इस बीच, शिरोमणि अकाल दल (शिअद) के नेता हरचरण बैंस ने भी राज्यसभा नामांकन के लिए ‘आप’ की आलोचना की।
बैंस ने कहा, ‘‘ मंत्रिमंडल गठन के दौरान आप की पंजाब इकाई द्वारा जाति एवं धार्मिक संवेदनशीलता के सम्मान करने को लेकर बहुत कुछ कहा गया था। हालांकि, यह मानदंड बहस का विषय है, अगर इसे लागू किया जाता है, तो आप के राज्यसभा उम्मीदवारों के बारे में क्या कहेंगे? चार हिंदू, उनमें से दो गैर-पंजाबी और एक सिख। जाट, दलित, मुस्लिम,ईसाई कोई नहीं।’’
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि सोमवार है, जबकि नामांकन दस्तावेजों की जांच मंगलवार को की जाएगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 24 मार्च है।
राज्यसभा की छह राज्यों में 13 सीटों के लिए 31 मार्च को मतदान होना है। मतगणना भी उसी दिन की जाएगी। चुनाव प्रक्रिया दो अप्रैल से पहले पूर्ण की जानी है।
भाषा अर्पणा उमा
उमा
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