नई दिल्ली: पश्चिम चंपारण में ‘मधुमक्खी के डंक’ से पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत और स्थानीय लोगों के बीच झड़प के एक दिन बाद, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने इसे ‘बिहार में प्रशासनिक अराजकता’ करार दिया और राज्य सरकार से आग्रह किया कि मामले की जांच करे.
पश्चिम चंपारण के बेतिया में शनिवार को भीड़ ने पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत के बाद बलथर थाने में आग लगा दी.
पुलिस ने घटना की पुष्टि की. इस घटना पर आज एएनआई से बात करते हुए, तेजस्वी यादव ने कहा, ‘बेतिया में हिरासत में मौत दुर्भाग्यपूर्ण है. पहले की घटनाओं में भी पुलिस हिरासत में लोगों को मार चुकी है. बिहार में प्रशासनिक अराजकता है.’
इसके अलावा, शनिवार को बेतिया क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक उपेंद्र नाथ वर्मा ने घटना पर बात की और कहा, ‘भीड़ द्वारा तीन पुलिस वाहनों को आग लगा दी गई थी, इस घटना में एक पुलिस कर्मी की जान चली गई थी. घटना एक के बाद हुई थी. पुलिस हिरासत में लिए गए व्यक्ति की थाने में मधुमक्खी के डंक से मौत हो गई.’
इस मुद्दे पर आगे बोलते हुए राजद नेता ने कहा, ‘विधानसभा अध्यक्ष ने खुद दावा किया है कि पुलिस उनकी नहीं सुनती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य को नहीं संभाल सकते.’
तेजस्वी यादव का यह बयान तब आया है जब बिहार सरकार ने शुक्रवार को एक डिप्टी एसपी-रैंक के पुलिस अधिकारी को स्थानांतरित कर दिया, जो इस सप्ताह के शुरू में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के बीच अनुचित प्रदर्शन के कारण विवाद के केंद्र में था. कथित तौर पर, डिप्टी एसपी सहित पुलिस अधिकारियों के असहयोग को लेकर स्पीकर नाराज थे.
यह भी पढ़ें : शरद यादव ने अपनी पार्टी LJD का विलय RJD में किया, विपक्षी एकता की ओर बताया पहला कदम