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Saturday, 16 November, 2024
होमदेशयूक्रेन में मारे गए भारतीय छात्र नवीन के परिवार ने कहा- साइंस के लिए दान करेंगे उसका का शरीर

यूक्रेन में मारे गए भारतीय छात्र नवीन के परिवार ने कहा- साइंस के लिए दान करेंगे उसका का शरीर

21 वर्षीय नवीन का शव, जो सोमवार सुबह क़रीब 3 बजे बेंगलुरू पहुंचेगा, उसे उसके भाई और अन्य परिजन कर्नाटक में उसके पारिवारिक गांव चालागेरी ले जाएंगे.

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नई दिल्ली: 1 मार्च को युद्धग्रस्त यूक्रेन में गोलाबारी के दौरान मारे गए भारतीय छात्र, नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर का शव भारत लाया जा रहा है.

क़रीब तीन सप्ताह बाद राहत का इज़हार करते हुए, कर्नाटक के चालागेरी स्थित उसके परिवार ने कहा, कि वो नवीन के शरीर को एक मेडिकल कॉलेज को दान देने जा रहे हैं, जो वहां से क़रीब 32 किलोमीटर दूर दावणगेरे शहर में स्थित है.

छात्र के पिता शेखर गौड़ा ने दिप्रिंट से कहा, ‘हम बहुत राहत महसूस कर रहे हैं. आख़िरकार, मेरा बेटा अपनी मातृभूमि में वापस आ रहा है. अंतिम संस्कार और अनुष्ठान पूरा करने के बाद, हम शव को एसएस मेडिकल कॉलेज को सौंपने जा रहे हैं. नवीन की चिकित्सा विज्ञान में बहुत रूचि थी, और वो डॉक्टर बनना चाहता था. इससे उसके शव को दान करना समझ में आता है, ताकि दूसरे मेडिकल छात्र उससे फायदा हासिल कर सकें’.

परिवार के अनुसार, शव को पोलैण्ड के रास्ते वापस लाया जाएगा, और उसके बेंगलुरू पहुंचने का निर्धारित समय, सोमवार सुबह सवेरे 3 बजे है. नवीन का बड़े भाई हर्षा, 25, जो कृषि में पीएचडी कर रहा है, कुछ अन्य परिजनों के साथ केंपेंनगौड़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शव कोप्राप्त करेगा.

दिप्रिंट ने पहले ख़बर दी थी कि 21 वर्षीय छात्र का शव सुरक्षा कारणों के चलते, खारकीव से ले जाकर यूक्रेन के पश्चिम-मध्य शहर विनित्सिया में रख दिया गया था.

नवीन के पिता ने कहा, ‘पहले दिन से ही हमारा परिवार नवीन के गुज़र जाने की ख़बर से गहरे सदमे में था. हम बहुत दुखी रहे हैं. लेकिन अपने बेटे को वापस लाने के लिए, मुझे तमाम नेताओं – प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, और विदेश मंत्री का धन्यवाद करना होगा. मुझे लगता है कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से देश के सभी लोगों ने, उसके शव को वापस लाने में सहायता की, और अब उसे शांति मिल जाएगी’.

नवीन, जो खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में पंजीकृत था, गोलाबारी में मारा गया जब एक मिसाइल, शहर की एक प्रशासनिक बिल्डिंग पर आकर टकराया, जिस समय वो पास में किराने का सामान ख़रीद रहा था.

पंजाब के बरनाला ज़िले के रहने वाले एक और भारतीय छात्र चंदन जिंदल की, 2 मार्च को ब्रेन स्ट्रोक से मौत हो गई थी.

यूक्रेन से भारतीय छात्रों की आख़िरी खेप, केंद्र सरकार के ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 13 मार्च को भारत लौट आई थी.


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परिवार के गांव लाया जाएगा शव

परिवार के अनुसार नवीन के शव को सोमवार सुबह 9.30 बजे, उनके गांव चालागेरी लाया जाएगा. नवीन का परिवार उसके पिता के रिटायरमेंट के बाद, पिछले दो साल से हावेरी ज़िले के चालागेरी गांव में रह रहा है. इससे पहले वो लोग मैसूरू में रहते थे, जब शेखर गौड़ा दि साउथ इंडिया पेपर मिल्स लिमिटेड में, मेकेनिकल इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे. नवीन की मां विजयलक्ष्मी एक गृहिणी हैं.

नवीन के भाई हर्षा ने दिप्रिंट से कहा, ‘भारत में शव के पहुंचने तक (नवीन की मौत को) लगभग 21 दिन हो जाएंगे. मेरी मां पर ख़ासतौर से नवीन की मौत का बहुत असर था, लेकिन उन्हें ये सुनकर थोड़ी राहत महसूस हो रही है, कि शव को भारत वापस लाया जा रहा है’.

उसने आगे कहा, ‘उन्होंने (भारतीय अधिकारियों) ने हमें बताया है, कि उसका शवलेप कर दिया गया है’. उसने आगे कहा कि कुछ गांववासी और परिजन एक सार्वजनिक अंत्येष्टि समारोह करना चाहते थे, जिसमें शव को पूरे गांव में घुमाया जाता है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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