नयी दिल्ली, 17 मार्च (भाषा) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान जान गंवाने वाले खुफिया ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा के भाई अंकुर शर्मा को बृहस्पतिवार को सरकारी नौकरी का प्रमाणपत्र सौंपा। यह जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से दी गई।
सीएमओ ने ट्वीट किया कि अंकुर शर्मा को दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग में तैनात किया गया है। सीएमओ ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले साल अंकित शर्मा के परिवार को एक करोड़ रुपये का चेक सौंपा था।
केजरीवाल ने कहा कि सरकार भविष्य में भी परिवार की मदद करती रहेगी।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘इंसान की कमी को तो कभी पूरा नहीं किया जा सकता, लेकिन इस सरकारी नौकरी एवं एक करोड़ रुपये की सहायता राशि से परिवार को बल मिलेगा। भविष्य में भी हम परिवार की हरसंभव मदद करेंगे।’’
अंकित शर्मा फरवरी 2020 में उत्तरपूर्वी दिल्ली के दंगा ग्रस्त चांदबाग इलाके में स्थित अपने घर के समीप एक नाले में मृत पाए गए थे। दिल्ली सरकार ने मार्च 2021 में अंकुर शर्मा को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी।
दिल्ली सरकार ने एक बयान में कहा कि केजरीवाल ने अंकित शर्मा के परिजनों को सरकारी नौकरी देने का अपना वादा पूरा किया है। बयान में कहा गया, ‘‘केजरीवाल सरकार अंकुर शर्मा को शिक्षा विभाग में ‘जूनियर असिस्टेंट’ नियुक्त कर रही है।’’
इसमें कहा गया कि मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को अंकित शर्मा के परिवार से मुलाकात भी की और इस दौरान उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे, जिनके पास शिक्षा विभाग है।
बयान में कहा गया है, ‘‘मुख्यमंत्री ने अंकुर को पेशकश को स्वीकार करने और जल्द से जल्द विभाग में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया और इस अवसर पर उन्हें शुभकामनाएं दीं।’’
इससे पहले दिन में, सिसोदिया ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली दंगों में जान गंवाने वाले आईबी के पूर्व कर्मचारी अंकित शर्मा के भाई अंकुर शर्मा को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नौकरी का प्रमाण पत्र दिया। अंकुर शर्मा को दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग में नियुक्त किया जा रहा है।’’
बयान के अनुसार, इस बीच, अंकुर शर्मा ने कहा कि दिल्ली सरकार ने उनके भाई की मृत्यु के बाद उनके परिवार का हर कदम पर समर्थन किया है। बयान में अंकुर शर्मा के हवाले से कहा गया है, ‘‘मुख्यमंत्री ने हमें वित्तीय सहायता प्रदान की। आज, मुझे दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री द्वारा सरकारी नौकरी की पेशकश की गई है।’’
भाषा अमित दिलीप
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