जयपुर, 16 मार्च (भाषा) राजस्थान विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान बुधवार को सत्ताधारी कांग्रेस विधायक द्वारा पूरक प्रश्न पूछने पर विधायक और विधानसभा अध्यक्ष के बीच तीखी बहस हो गई।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली जब कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा के मूल प्रश्न का उत्तर दे रहे थे उसी दौरान विधायक मीणा मंत्री से एक पूरक प्रश्न पूछना चाहते थे। मीणा ने पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग द्वारा विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठाने के लिये अधिकतम आय सीमा के संबंध में प्रश्न किया था।
मीणा ने पूरक प्रश्न पूछना शुरू कर दिया, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी और उन्हें सीट पर बैठने का निर्देश दिया। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने दूसरा प्रश्न पूछने के लिए किसी अन्य को अनुमति दे दी।
इस पर विधायक ने जब आपत्ति की तो विधानसभा अध्यक्ष नाराज हो गये और कहा कि वो जो पूरक प्रश्न पूछ रहे है वह मूल प्रश्न से संबंधित नहीं है। लेकिन जब विधायक मीणा ने विधानसभा अध्यक्ष से बहस जारी रखी और सीट पर बैठने का आदेश नहीं माना तो अध्यक्ष ने संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल से कहा कि वह विधायकों ऐसे आचरण को सहन नहीं कर सकते।
इससे पहले मुख्य प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) के लिये पोस्ट मैट्रिक (10वीं के बाद) छात्रवृत्ति योजना केन्द्र प्रायोजित है जिसमें आय सीमा का निर्धारण सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर अन्य योजनाओं में आय सीमा को बढाने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।
भाषा कुंज अर्पणा
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