मुंबई, 15 मार्च (भाषा) केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे के लिये जमानत का अनुरोध करते हुए उनके वकील ने मंगलवार को अदालत को बताया कि महाराष्ट्र सरकार के लिए उनके मुवक्किल “पंचिंग बैग” बन गए हैं।
दिवंगत दिशा सलियन के कथित मानहानि से संबंधित एक मामले में राणे और उनके बेटे के लिये अग्रिम जमानत की मांग की गई है।
बचाव पक्ष और अभियोजन पक्ष ने अपनी दलीलें पूरी कर लीं और अब अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (डिंडोशी कोर्ट) एस यू बघेल द्वारा बुधवार को आदेश पारित करने की संभावना है।
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व प्रबंधक सालियान (28) ने आठ जून, 2020 को उपनगरीय मलाड में एक ऊंची इमारत से कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। इसके छह दिन बाद राजपूत ने अपने बांद्रा फ्लैट में आत्महत्या कर ली।
केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नारायण राणे और उनके बेटे व भाजपा विधायक नितेश राणे के खिलाफ उपनगरीय मालवानी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया था, जब सालियन की मां ने शिकायत दर्ज कराई थी कि नारायण राणे ने 19 फरवरी, 2022 को एक संवाददाता सम्मेलन में दिशा की मौत के बारे में निंदनीय और भ्रामक दावे किए थे।
गिरफ्तारी के डर से दोनों ने अग्रिम जमानत मांगी है। अदालत ने उन्हें गिरफ्तारी से अस्थायी सुरक्षा दी है जो जारी है।
उनके पक्ष रख रहे अधिवक्ता सतीश मानशिंदे ने मंगलवार को कहा कि नारायण राणे और नितेश “राज्य मशीनरी के लिए पंचिंग बैग बन गए हैं।”
उन्होंने तर्क दिया कि एक बयान के अलावा कोई अन्य सबूत नहीं है और उनके खिलाफ कई फर्जी मामले दर्ज किए गए हैं।
भाषा
प्रशांत पवनेश
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