गुवाहाटी, 15 मार्च (भाषा) निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई द्वारा सदन में प्रस्तुत उत्तरों के अनुलग्नक की मांग और आंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण में कथित अनियमितताओं को लेकर विपक्षी दलों के सदस्यों द्वारा हंगामे के बीच असम विधानसभा की कार्यवाही को मंगलवार को दो बार स्थगित कर दिया गया था।
समाज कल्याण मंत्री अजंता नियोग द्वारा विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में आदर्श आंगनवाड़ी केन्द्रों के आवंटन पर एक सवाल का जवाब दिया गया जिससे विपक्षी सदस्य संतुष्ट नहीं हुए जिसके बाद प्रश्नकाल में कार्यवाही को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया।
एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम के सवाल के जवाब में नियोग ने कहा कि स्थानीय विधायकों और जिलों के संरक्षक मंत्रियों को आंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण और कामकाज को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए कहा गया है।
उनकी टिप्पणी से असंतुष्ट, जाकिर हुसैन सिकदर, कमलाख्या डे पुरकायस्थ और भरत नारा सहित कांग्रेस विधायकों ने खड़े होकर विरोध किया।
सत्तारूढ़ भाजपा के कुछ विधायक विपक्षी विधायकों के साथ बहस में शामिल हो गए, और कांग्रेस और अन्य दलों के कई सदस्य अध्यक्ष के आसन के सामने चले गए।
सदन को चलाने में असमर्थ, अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी ने 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के लगभग आधे घंटे बाद, निर्दलीय विधायक अखिल गोगोई के “अशांत” व्यवहार से आहत दैमारी ने एक बार फिर 10 मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।
गोगोई ने मांग की थी कि सदन में प्रस्तुत उत्तरों का अनुलग्नक कम से कम प्रश्नकर्ताओं को प्रदान किया जाए।
भाषा
प्रशांत उमा
उमा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.