बेंगलुरू, 12 मार्च (भाषा) श्रेयस अय्यर ने टर्न और असमान उछाल से पहले ही दिन बल्लेबाजों को परेशान कर रही पिच पर बड़ा अर्धशतक जड़ा जिससे भारत ने श्रीलंका के खिलाफ दिन-रात के दूसरे क्रिकेट टेस्ट में शनिवार को यहां पहली पारी में 252 रन बनाए।
आउट होने वाले अंतिम बल्लेबाज रहे अय्यर ने 98 गेंद में 10 चौकों और चार छक्कों से 92 रन की बेहतरीन पारी खेली। उन्होंने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ अंतिम तीन विकेट के लिए मुश्किल पिच पर 69 रन जोड़े। ऋषभ पंत (39) और हनुमा विहारी (31) ने भी उपयोगी पारियां खेली।
बाएं हाथ के स्पिनरों प्रवीण जयविक्रम (81 रन पर तीन विकेट) और लसिथ एंबुलदेनिया (94 रन पर तीन विकेट) के अलावा आफ स्पिनर धनंजय डिसिल्वा (32 रन पर दो विकेट) ने भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया और अंतत: मेजबान टीम की पारी 59.1 ओवर में सिमट गई। श्रीलंका के गेंदबाजों ने बीच-बीच में दिशाहीन गेंदबाजी भी की जिसका मेजबान टीम के बल्लेबाजों ने पूरा फायदा उठाया। श्रीलंका के क्षेत्ररक्षकों ने कैच भी टपकाए।
पिच पर डटे रहना आसान नहीं था और ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों तेज गति से रन बनाने को तरजीह दी और पर्याप्त जोखिम भी उठाए। भारत ने पहले सत्र में 29 ओवर में चार विकेट गंवाकर 93 तो दूसरे सत्र में 30.1 ओवर में छह विकेट गंवाकर 159 रन जुटाए।
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच पर बिलकुल भी घास नजर नहीं आ रही और भारत ने उम्मीद के मुताबिक टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पहले सत्र में तेज धूप के बीच गुलाबी गेंद से तेज गेंदबाजों को स्विंग को नहीं मिली लेकिन कुछ गेंद काफी नीची रही जिससे मेजबान टीम के बल्लेबाज काफी परेशान नजर आए।
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम ने 29 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों मयंक अग्रवाल (04) और कप्तान रोहित शर्मा (15) के विकेट गंवा दिए।
तेज गेंदबाज विश्व फर्नांडो ने अग्रवाल के खिलाफ पगबाधा की विश्वसनीय अपील की लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया। अग्रवाल इसके बाद रन के लिए भागे लेकिन रोहित दो कदम आगे बढ़ने के बाद वापस लौट गए क्योंकि रन पूरा करने की उम्मीद नहीं थी। अग्रवाल हालांकि काफी आगे निकल आए और क्रीज पर लौटने से पहले ही विकेटकीपर निरोशन डिकवेला ने उन्हें रन आउट कर दिया। बाद में यह गेंद नोबॉल भी निकली।
रोहित ने फर्नांडो पर कुछ अच्छे ड्राइव लगाए। उन्होंने इस तेज गेंदबाज की शॉर्ट गेंद पर छक्का भी जड़ा लेकिन एंबुलदेनिया ने उन्हें दूसरी स्लिप में डिसिल्वा के हाथों कैच करा दिया।
हनुमा विहारी (31) को जयविक्रम की गेंद पर अंपायर ने पगबाधा आउट दिया लेकिन डीआरएस लेने पर वह बच गए। वह हालांकि अपने स्कोर में इजाफा किए बगैर इसी स्पिनर की गेंद पर विकेटकीपर को कैच दे बैठे।
दो साल से भी अधिक समय से टेस्ट शतक का इंतजार कर रहे विराट कोहली (23) की पारी का अंत नीची रहती गेंद पर हुआ। वह डिसिल्वा की गेंद को पूरी तरह से चूककर पगबाधा हुए।
विहारी और कोहली ने तीसरे विकेट की 47 रन की साझेदारी के दौरान आत्मविश्वास के साथ ड्राइव और कट शॉट खेले लेकिन इस साझेदारी के टूटने के बाद अचानक बल्लेबाजी मुश्किल नजर आने लगी।
भारत एक और विकेट गंवा देता लेकिन सुरंगा लकमल ने बाउंड्री के समीप पंत का कैच टपका दिया। पंत इस समय चार रन बनाकर खेल रहे थे।
पंत ने चाय के बाद डिसिल्वा के ओवर में दो चौकों के साथ भारत का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया और फिर अगले ओवर में जयविक्रम पर भी दो चौके जड़े।
श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करूणारत्ने ने इसके बाद एक बार फिर एंबुलदेनिया को गेंद थमाई जिन्होंने खतरनाक दिख रहे पंत को बोल्ड करके भारत को पांचवां झटका दिया। पंत ने सिर्फ 26 गेंद में सात चौकों की मदद से 39 रन बनाए।
रविंद्र जडेजा भी सिर्फ चार रन बनाने के बाद एंबुलदेनिया की उछाल और टर्न लेती गेंद पर स्लिप में लाहिरू तिरिमाने को आसान कैच दे बैठे।
अय्यर ने इस बीच आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की। उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी कर रहे एंबुलदेनिया पर तीन चौके मारे।
अय्यर और रविचंद्रन अश्विन (13) ने सातवें विकेट के लिए 35 रन जोड़े जिसके बाद डिसिल्वा ने अश्विन को विकेटकीपर के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा।
अय्यर ने डिसिल्वा पर दो छक्कों के साथ सिर्फ 54 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जबकि अक्षर पटेल ने भी अपनी तीसरी ही गेंद पर एंबुलदेनिया पर छक्का जड़कर 49वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया।
एंबुलदेनिया के इसी ओवर में अय्यर भाग्यशाली रहे जब मिडविकेट पर चरिथ असलंका ने उनका कैच टपका दिया और उन्होंने इसका फायदा उठाकर अगली गेंद पर चौका जड़ दिया।
अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे तेज गेंदबाज लकमल (12 रन पर एक विकेट) की गेंद को विकेटों पर खेलकर अक्षर (09) पवेलियन लौटे।
मोहम्मद शमी (05) को आते ही स्लिप में एंबुलदेनिया की गेंद पर जीवनदान मिला लेकिन वह जयविक्रम की गेंद को हवा में लहराकर डिसिल्वा को कैच दे बैठे।
अय्यर का 82 रन के निजी स्कोर पर जयविक्रम की गेंद पर बाउंड्री पर कुसाल मेंडिस ने कैच टपकाया। अय्यर ने एंबुलदेनिया पर छक्का जड़ा लेकिन जयविक्रम की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में स्टंप हो गए जिससे भारतीय पारी का अंत हुआ।
भाषा सुधीर मोना
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