भुवनेश्वर, नौ मार्च (भाषा) ओडिशा में बुधवार को राज्य का पहला ‘मानव दुग्ध बैंक’ भुवनेश्वर स्थित एक सरकारी अस्पताल में स्थापित किया गया ताकि ऐसे नवजात बच्चों की देखभाल की जा सके जिनकी मां उन्हें अपना दूध पिलाने में समर्थ नहीं हैं। यह देश का 32वां व्यापक दूध प्रबंधन केंद्र है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत इस सुविधा का उद्घाटन कैपिटल अस्पताल के बाल रोग वार्ड में किया गया। अस्पताल के निदेशक डॉ. लक्ष्मीधर साहू ने कहा कि माताओं के दूध को सुविधा केंद्र में एकत्र किया जाएगा और इसकी राज्यभर के अस्पतालों में आपूर्ति की जाएगी।
साहू ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि मां का दूध नवजात शिशुओं के लिए अमृत है, लेकिन कुछ माताएं कई कारणों से शुरुआती कुछ हफ्तों में अपने बच्चों को दूध नहीं पिला पातीं। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में नवजात बच्चों को परेशानी होती है, लेकिन मानव दुग्ध बैंक ऐसे मामलों में वरदान साबित होगा।
उन्होंने कहा कि माताओं को दूध दान करने के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से स्वास्थ्य सुविधा के अधिकारी एक अभियान चलाएंगे। राज्य सरकार कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल और कैपिटल अस्पताल में ऐसी सुविधाएं खोलने पर विचार कर रही थी। कैपिटल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. धनंजय दास ने कहा कि सुविधा के संचालन के पहले दिन कम से कम दो महिलाएं आंचल का दूध दान करने के लिए आगे आईं।
भाषा संतोष उमा
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