जयपुर, आठ मार्च (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को महिला सशक्तिकरण का उदाहरण करार देते हुए मंगलवार को कहा कि इंदिरा गांधी ने अपनी नेतृत्व क्षमता से विश्व में भारत की ताकत का लोहा मनवाया। साथ ही गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार राजस्थान में महिलाओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने एवं उनके सशक्तिकरण के लिए कृतसंकल्प है।
गहलोत मंगलवार को अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में बिड़ला सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर गहलोत ने कहा,”हमारी महान नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी महिला सशक्तीकरण का उदाहरण हैं, जिन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता से विश्व में भारत की ताकत का लोहा मनवाया।”
उन्होंने महिलाओं का आह्वान किया कि वे अन्याय, अत्याचार एवं उत्पीड़न के खिलाफ पूरी ताकत से अपनी आवाज उठाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार उन्हें आत्मरक्षा कौशल प्रदान करने में किसी प्रकार की धन की कमी नहीं आने देगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर इंदिरा महिला शक्ति प्रोत्साहन एवं सम्मान योजना के तहत उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया। उन्होंने उड़ान योजना के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए पुस्तिका एवं पोस्टर का विमोचन किया और प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
गहलोत ने कहा कि वर्तमान में निर्भया स्क्वाड के माध्यम से शिक्षण संस्थाओं एवं पुलिस लाइन में महिलाओं एवं बालिकाओं को आत्मरक्षा कौशल का प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश की अधिक से अधिक महिलाएं यह प्रशिक्षण लें।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”महिलाओं व किशोरियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने उड़ान योजना लागू की है। इस महत्वाकांक्षी योजना के माध्यम से हमारा प्रयास है कि स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश प्रदेश के गांव-ढाणी में बसी प्रत्येक माता-बहन तक पहुंचे।”
उन्होंने कहा, ”राज्य की आधी आबादी महिलाओं को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ हमारी सरकार ने इसे लागू किया और 200 करोड़ रुपए का प्रावधान गत बजट में किया।”
गहलोत ने कहा कि अपनी प्रतिभा, जज्बे और संघर्ष से महिलाओं ने प्रदेश का नाम रोशन किया है। जीवन के हर क्षेत्र में उनकी भागीदारी बढ़ रही है। राज्य सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण, उन्हें आगे बढ़ने के समान अवसर उपलब्ध कराने तथा शिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से कई योजनाएं शुरू की हैं।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि राज्य सरकार ने अपने शत-प्रतिशत अंशदान से महिलाओं के बहुआयामी विकास के लिए एक हजार करोड़ रुपए की इंदिरा महिला शक्ति योजना लागू की है, जिसके जरिए महिलाओं एवं बालिकाओं को शिक्षा से जोड़ने, कौशल विकास के जरिए उन्हें स्वावलंबी बनाने तथा उद्यमिता विकास जैसी गतिविधियां प्रमुखता से संचालित की जा रही हैं।
मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी महिला एवं पुरुष समानता के प्रबल पक्षधर थे और उनका मानना था कि समाज में महिलाओं की स्थिति मजबूत होगी तो वह समाज तरक्की करेगा।
यूएनएफपीए की भारत में कंट्री रिप्रेजेंटेटिव आंद्रिया वॉनर ने कहा कि बालिका विवाह तथा शिशु मृत्यु दर को कम करने की दिशा में राजस्थान तेजी से आगे बढ़ रहा है।
भाषा पृथ्वी कुंज रंजन शफीक
शफीक
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