आगरा, छह मार्च (भाषा) आगरा में पुलिस और कानपुर एसटीएफ के संयुक्त प्रयास से तीन तस्करों को गिरफ्तार करके 18.98 किलोग्राम चरस बरामद की गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग 94 लाख रुपये है।
तीनों तस्कर ये चरस नेपाल से रोडवेज बस में रखकर आगरा ला रहे थे। लेकिन सूचना मिलने के बाद एसटीएफ ने शनिवार को इन्हें वाटर वर्क्स के पास यमुना पुल से गिरफ्तार कर लिया।
एसपी प्रोटोकॉल शिवराम यादव ने कहा कि भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अवैध मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह कोरोना काल के बाद पुन: सक्रिय हो गये हैं।
उन्होंने कहा कि शनिवार रात को मुखबिर के माध्यम से जानकारी मिली थी कि तस्कर चरस की खेप लेकर बस द्वारा नेपाल से गोरखपुर, लखनऊ होते हुये जनपद आगरा आएंगे। एसटीएफ की टीम ने आगरा पहुंचकर थाना छत्ता अंतर्गत यमुना पुल सर्विस लाइन रोड पर तीनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
यादव ने बताया कि पकड़े गये तस्करों में इतंजार पुत्र शमशुल हसन निवासी, मदीना कॉलोनी, फिरोजाबाद है। कृष्णा कुमार कायस्थ पुत्र विनोद प्रसाद निवासी ग्राम मौजे रकसौल, मोतिहारी बिहार तथा आदित्य कुमार शाह पुत्र अशोक कुमार निवासी ग्राम मौजे रकसौल, मोतिहारी बिहार है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ पर पता चला कि नेपाल का वीरगंज निवासी चरस तस्कर सलीम खुद ही बिहार आकर मोतिहारी बस अड्डे पर चरस पहुंचा देता है।
अभियुक्त इंतजार उक्त चरस को काफी कम दाम में खरीदकर कई गुना अधिक दाम में बेचता है। अभियुक्तों ने बताया कि सलीम अपनी पहचान बदल-बदलकर विभिन्न तरीको से चरस की तस्करी करता है।
भाषा संतोष
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