(सुमिर कौल)
श्रीनगर/नयी दिल्ली, छह मार्च (भाषा) जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर में एक फरवरी को महिला पर हुए तेजाब हमले के मामले में दाखिल आरोपपत्र में कहा है कि पुलिस की किस्मत अच्छी थी कि उसे मौके से कुछ सबूत मिल गए, क्योंकि किसी ने ‘अनजाने’ में पूरा इलाका पानी से धो दिया था।
महिला द्वारा शादी का प्रस्ताव ठुकराए जाने से नाराज होकर एक किशोर सहित दो लोगों ने उसे ‘सबक सिखाने और बदला लेने के लिए’ तेजाब फेंका था। अदालत के आदेश के अनुसार पीड़िता की पहचान ऊजागर नहीं की गई है।
आरोपपत्र के अनुसार, ‘‘घटना के तुरंत बाद नौहाटा थाने के एसएचओ ने मौके का गहर निरीक्षण किया और पाया कि एक महिला ने अनजाने में पूरी जगह को पानी से धो दिया है..।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘हालांकि, पास के एक मकान के दरवाजे पर कुछ धब्बे दिखे और उन्हें सफेद कपड़े के दो टुकड़ों पर स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में उठाया गया।’’
इस मामले में आरोपपत्र तीन सप्ताह के रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राकेश बलवाल ने पूरे मामले की व्यक्तिगत रूप से निगरानी की और पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) राजा जुहैब तनवीर के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया।
एसडीपीओ मोहम्मद यासिर पर्रे, एसएचओ तसूर हामिद और ओवैस गिलानी तथा उपनिरीक्षक शााहिस्ता मुगल एसआईटी का हिस्सा हैं।
पुलिस ने सज्जाद अल्ताफ राथेर, मोहम्मद सलीम कुमार और एक किशोर के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है। पुलिस इस गंभीर अपराध में लिप्त किशोर के खिलाफ एक वयस्क की भांति मुकदमा चलाना चाहती है।
आरोपपत्र के अनुसार, किशोर ने पीड़िता के चेहरे पर तेजाब फेंकने के लिए इस्तेमाल की गई काले रंग की बोतल बरामद करने में पुलिस की मदद की है।
उसमें कहा गया है, किशोर के दाहिने हाथ के ऊपरी हिस्से पर जख्म के निशान दिखने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि यह किसी रसायन के संपर्क में आने के कारण हुआ है।
आरोपपत्र के अनुसार, जांच के क्रम में यह बात सामने आयी कि पीड़िता ने आरोपी का विवाह प्रस्ताव ठुकरा दिया था, जिससे वह गुस्से में था और महिला को ‘‘सबक सिखाने तथा बदला लेने के लिए उसने ऐसा किया।’’
एसआईटी ने राथेर और किशोर के अलग-अलग बयान भी दर्ज किए हैं और सीसीटीवी फुटेज से उसका सत्यापन किया है।
पीड़िता का फिलहाल चेन्नई के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
भाषा अर्पणा सुरेश
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