मेलबर्न, चार मार्च ( भाषा ) स्पिन गेंदबाजी को नयी परिभाषा देने वाले दुनिया के महानतम क्रिकेटरों में शुमार शेन वॉर्न का थाईलैंड में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया । उनके प्रबंधन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी ।
वह 52 वर्ष के थे । उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है ।
वॉर्न के प्रबंधन ने आस्ट्रेलियाई मीडिया को एक संक्षिप्त बयान जारी किया है कि वॉर्न का थाईलैंड के कोह समुई में निधन हो गया है और संभवत: उन्हें दिल का दौरा पड़ा है । कोह समुइ थाईलैंड का लोकप्रिय पर्यटन स्थल है ।
बयान में कहा गया ,‘‘ शेन अपनी विला में अचेत पाये गए । मेडिकल स्टाफ की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जांच नहीं बचाई जा सकी ।’’
उन्होंने कहा ,‘ उनके परिवार ने इस मौके पर निजता बनाये रखने की अपील की है । समय आने पर आगे ब्यौरा दिया जायेगा ।’’
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में शुमार वॉर्न ने 1992 में आस्ट्रेलिया के लिये पदार्पण करके 145 टेस्ट खेले और 708 विकेट लिये । वहीं 194 वनडे में 293 विकेट चटकाये । आईपीएल के पहले सत्र में 2008 में राजस्थान रॉयल्स ने उनकी कप्तानी में खिताब जीता था ।
उन्होंने 1993 में 24 वर्ष की उम्र में ओल्ड ट्रैफर्ड में जिस गेंद पर इंग्लैंड के माइक गैटिंग को आउट किया था , उसे ‘सदी की गेंद’ माना जाता है । गैटिंग उस लेग ब्रेक पर हैरान रह गए । गेंदबाजी की यह कला उस समय अंतिम सांसे ले रही थी जब वॉर्न ने उसे पुनर्जीवित किया ।
क्रिकेट आस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निक हॉकली ने एक बयान में कहा ,‘‘ शेन सबसे प्रतिभाशाली और करिश्माई क्रिकेटरों में से एक थे । विजडन ने उन्हें बीसवीं सदी के पांच महानतम क्रिकेटरों में चुना जिनमें डॉन ब्रैडमेन, जैक हॉब्स , गैरी सोबर्स और विवियन रिचर्डस शामिल थे ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ उनके अचानक जाने से हम स्तब्ध है । उनके परिवार, दोस्तों और दुनिया भर में प्रशंसकों के प्रति हमारी संवेदनायें जो वॉर्नी से उनकी अविश्वसनीय गेंदबाजी, मजाकिया अंदाज, गर्मजोशी और मोहक शख्सियत के कारण प्यार करते थे ।’’
वह श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ( 800 विकेट ) के बाद सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज थे । क्रिकेट आस्ट्रेलिया और श्रीलंका क्रिकेट ने 2007 में दोनों दिग्गजों के सम्मान में दोनों देशों के बीच टेस्ट श्रृंखला का नाम वॉर्न मुरलीधरन ट्रॉफी रखा ।
भारत के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पहला टेस्ट खेलने वाले वॉर्न को 1992 से 2007 के बीच उनकी अतुल्य उपलब्धियों के लिये विजडन ने शताब्दी के पांच क्रिकेटरों में चुना ।
उन्हें 2013 में आईसीसी हाल आफ फेम में शामिल किया गया ।
वॉर्न 1999 विश्व कप जीतने वाली आस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य थे । उन्होंने एशेज क्रिकेट में सर्वाधिक 195 विकेट लिये है ।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद उन्होंने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स को पहले ही सत्र में कप्तान और कोच के रूप में खिताब दिलाया ।
मैदान के भीतर और बाहर बेहतरीन शख्सियत के मालिक वॉर्न ने कमेंटेटर के रूप में भी कामयाबी पाई । भारत में वह काफी लोकप्रिय थे और रवि शास्त्री उनका पहला टेस्ट विकेट थे ।
अपने मिजाज के कारण कई बार वह विवादों से भी घिर जाते थे । मसलन 1998 में मार्क वॉ और उन्हें पिच और मौसम के हालात की जानकारी एक सटोरिये को देने की एवज में पैसा लेने के लिये क्रिकेट आस्ट्रेलिया को जुर्माना देना पड़ा ।
दक्षिण अफ्रीका में 2003 विश्व कप से पहले वह प्रतिबंधित डायूरेटिक के सेवन के दोषी पाये गए । उनका हालांकि कहना था कि उनकी मां ने वजन कम करने के लिये उन्हें वह दवा दी थी ।
वह क्रिकेट में कोचिंग के खिलाफ थे और उनका मानना है कि क्रिकेट में मैनेजर होने चाहिये ।
आस्ट्रेलियाई क्रिकेट ने एक ही दिन में दो दिग्गजों को खो दिया । सुबह महान विकेटकीपर रॉड मार्श का निधन हो गया था ।
वॉर्न ने सुबह ही उनके निधन पर शोक जताते हुए लिखा था ,‘‘ रॉड मार्श के निधन के समाचार से दुखी हूं । वह हमारे शानदार खेल के लीजैंड और कई युवा खिलाड़ियों के प्रेरणास्रोत थे । उन्होंने क्रिकेट को खासकर आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड क्रिकेट को बहुत कुछ दिया । उनके परिवार को प्यार । रेस्ट इन पीस दोस्त ।’’
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मोना
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