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Sunday, 6 October, 2024
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बिहार में अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट, 14 लोगों की मौत

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पटना/भागलपुर, चार मार्च (भाषा) बिहार के भागलपुर जिले में एक मकान के अंदर हुए भीषण विस्फोट में 14 लोगों की मौत हो गई और अन्य 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। विस्फोट के कारण आसपास के कई मकान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।

राज्य पुलिस प्रमुख एस. के. सिंघल ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विस्फोट से हुई जनहानि पर शुक्रवार को शोक व्यक्त किया और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत कर वहां जारी राहत और बचाव कार्यों का जायजा लिया।

पुलिस महानिदेशक सिंघल ने ततारपुर थाना क्षेत्र के काजबलीचक इलाके में हुए विस्फोट के लिए अवैध पटाखा कारोबार को जिम्मेदार ठहराया है।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘बिहार के भागलपुर में धमाके से हुई जनहानि की खबर पीड़ा देने वाली है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। घटना से जु़ड़े हालात पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी बात हुई। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में लगा हुआ है और पीड़ितों को हर संभव सहायता दी जा रही है।’

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार कुमार ने मुख्य सचिव आमिर सुभानी और पुलिस महानिदेशक सिंघल को विस्तृत जानकारी लेने के लिए तलब किया तथा घायलों के उचित इलाज और गहन जांच के बाद उचित कार्रवाई के निर्देश दिए।

बाद में, सिंघल ने पटना में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि विस्फोट बृहस्पतिवार को देर रात हुआ और करीब 10 घंटे के प्रयास के बाद मलबा साफ कर लिया गया।

उन्होंने कहा कि मलबे से निकाले गए और गंभीर रूप से घायल दस लोगों का भागलपुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि खोजी कुत्तों और फोरेंसिक टीम द्वारा की गई तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में ऐसी सामग्री बरामद हुई जिनका इस्तेमाल पटाखों के निर्माण में होता है। जांच में यह भी पाया गया कि उस इलाके के किसी भी घर के पास इसका लाइसेंस नहीं है।

सिंघल ने कहा, ‘‘संबंधित थाने की जिम्मेदारी है कि वह इस तरह की अवैध और खतरनाक गतिविधियों पर नजर रखे।’’ उन्होंने कहा कि तदनुसार, ततारपुर थाना प्रभारी सुधांशु कुमार को प्रथम दृष्टया लापरवाही का दोषी ठहराया गया है और उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि विस्फोट लीलावती देवी के घर के अंदर हुआ जो एक विधवा थीं और वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वहां रहती थीं। उन्होंने कहा कि परिवार के सदस्य कथित तौर पर पटाखों के निर्माण में शामिल थे। उन्होंने कहा कि इस घटना में घर में रहने वाले सभी पांच लोगों की मौत हो गई जिनमें तीन महिलाएं थीं।

सिंघल ने कहा कि अन्य पीड़ित आसपास के मकानों में रहते थे। उन्होंने कहा कि इनमें लीलावती देवी का पड़ोसी धीरेंद्र मंडल भी शामिल है जिसके बारे में कहा जाता है कि वह बिना लाइसेंस के पटाखों के कारोबार में शामिल था।

पुलिस के अनुसार 2008 में मंडल के घर में इसी तरह के एक विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई थी।

भाषा

अविनाश माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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