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आज के फीचर कार्टून में मंजुल इस बात पर कटाक्ष कर रहे हैं कि कैसे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) यह सुनिश्चित करने के लिए ओवरटाइम काम कर रही है कि मोदी सरकार को यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को बचाने का श्रेय मिले. एक बयान में मोदी ने कहा था कि भारत की ‘बढ़ती शक्ति’ की वजह से यह मुमकिन हुआ है. उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनाव में इसे ‘ऑपरेशन गंगा’ नाम दिया गया है, जो पार्टी की पिच का हिस्सा बन गया है, जबकि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हवाईअड्डों पर लौटने वाले छात्रों को मोदी की प्रशंसा के नारे के साथ बधाई दी है.
बढ़ते रूस-चीन संबंधों की ओर इशारा करते हुए – जैसा कि भारत पूर्व के साथ अपने पारंपरिक संबंधों को बनाए रखने की कोशिश करता है – संदीप अध्वर्यु ने नई दिल्ली में मास्को के राजदूत-नामित डेनिस अलीपोव के बयान पर टिप्पणी की है कि रूस ने भारत को एस -400 मिसाइल बेचने का सौदा किया है. वो यूक्रेन में युद्ध के कारण पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए ‘गंभीर’ आर्थिक प्रतिबंधों से ‘किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होगा.’
साजिथ कुमार यूक्रेन से छात्रों को निकालने के प्रयासों के बीच केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के बयान की ओर इशारा करते हैं कि विदेशों में चिकित्सा का अध्ययन करने वाले 90 प्रतिशत भारतीय भारत में योग्यता परीक्षा पास करने में विफल होते हैं. इससे एक विवाद खड़ा हो गया है. विपक्षी नेताओं ने जोशी की टिप्पणी को ‘असंवेदनशील’ बताया है. यूक्रेन में युद्ध के बीच कच्चे तेल की कीमतें 11 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं.
नाला पोनप्पा ने इस बात पर रोशनी डाली है कि कैसे यूक्रेनियन ने रूसियों के खिलाफ अपने प्रतिरोध में मोलोटोव कॉकटेल की ओर रुख किया है. यूक्रेनियन सरकार ने नागरिक को बोतल-आधारित आग लगाने वाले हथियारों को बनाने और उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया है.
जैसे ही यूक्रेन के खिलाफ रूस का युद्ध बढ़ता है, हजारों हताहतों की खबरें आने लगती हैं. सतीश आचार्य दोनों देशों की साझा विरासत पर टिप्पणी करते हैं और पुतिन को पड़ोसी देश की पीठ में छुरा घोंपते हुए दिखा रहे हैं.
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